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पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज ने किए बड़े खुलासे, 2009 में कप्तान के खिलाफ हुई 'साजिश', जानबूझकर हारी सीरीज

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज राणा नवेद ने एक पाकिस्तान टीवी चैनल पर खुलासा किया है कि यूनिस खान के खिलाफ साजिश करते हुए 2009 में कुछ खिलाड़ियों ने खराब प्रदर्शन किया था।

By Viplove KumarEdited By: Published: Sun, 03 May 2020 09:31 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2020 09:31 PM (IST)
पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज ने किए बड़े खुलासे, 2009 में कप्तान के खिलाफ हुई 'साजिश', जानबूझकर हारी सीरीज
पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज ने किए बड़े खुलासे, 2009 में कप्तान के खिलाफ हुई 'साजिश', जानबूझकर हारी सीरीज

नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज राणा नावेद उल हसन ने इस बात का खुलासा किया है कि साल 2009 में टीम के कुछ खिलाड़ियों ने कप्तान को नीचा दिखाने के लिए मैच हारा था। न्यूजीलैंड के खिलाफ यूएई में खेली वनडे सीरीज में कुछ खिलाड़ियों ने जानबूझकर खराब प्रदर्शन किया था। यूनिस खान की कप्तानी में जिन खिलाड़ियो को पसंद नहीं उन्होंने खराब खेल दिखाया था।

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पाकिस्तान के एक टीवी चैनल से बात करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज राणा ने बताया, "हमें न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2009 में यूएई में खेले गए दो वनडे मैचों में हार मिली थी। ऐसी इसलिए हुआ था क्योंकि कुछ खिलाड़ियों ने जानबूझकर खराब प्रदर्शन करने में शामिल थे और मुझे इस दौरे से बाहर बैठना पड़ा था।"

कप्तान के खिलाफ हुई साजिश

उन्होंने आगे बताया कि उन्हें इस दौरे से सिर्फ इस वजह से बाहर रखा गया था क्योंकि उन्होंने पहले ही कप्तान यूनिस खान को यह बात बता दी थी कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। राणा ने कहा, "मैं नहीं खेला क्योंकि मैंने यूनिस खान को यह बताया था कि यह आपके खिलाफ साजिश है और मैं भी इसी साजिश का एक हिस्सा था।"

यूनिस खान को कप्तानी से हटाना था

इसे बाद यूनिस बदल गए थे और उन्होंने कप्तानी का भूमिका निभाने से भी मना कर दिया। टीम के कुछ सीनियर सदस्य थे जिन्होंने उनको अपने आगे की लक्ष्य पूरा करने के लिए अफने साथ मिला लिया था। राणा ने इस बारे में बताते हुए कहा, "मै यूनिस खान के विरोध में नहीं था। वो एक अच्छे खिलाड़ी थे और मुझे उनके साथ में खेलने में कोई परेशानी ही नहीं थी तब तक जब तक कि वो कप्तान नहीं बने थे। कप्तान बनने के बाद वो बिल्कुल ही अलग आदमी हो गए थे।"

"कुछ सीनियर खिलाड़ी थे जिनका मैं नाम नहीं लेना चाहूंगा उनके अंदर भी टीम का कप्तान बनने की चाहत थी, वही सब इस तरह की चीजों को करने में शामिल हो गए थे। इस मामले में उस वक्त की टीम के सात से आठ खिलाड़ी शामिल थे।"

 

कमरे में बुलाकर दिलाई गई शपथ

"हम सभी को एक कमरे में बुलाया गया था और साथ मिलकर आने के लिए एक शपथ दिलाई गई। उस दिन जो लोग भी उस कमरे में मौजूद थे वो पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बड़े नाम हैं। अगर मैंने उनका नाम ले लिया तो वो सभी नाराज हो जाएंगे।"


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