आर अश्विन ने की ICC के नियमों में बदलाव की मांग, ट्वीट कर दिया सुझाव
अश्विन ने लिखा अगर बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ रहा है और ऐसे में उस गेंद पर बनाए गए तो रनों को रद कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। अक्सर गेंदबाजी छोर पर खडे़ बल्लेबाजों को गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले ही रन के लिए दौड़ते देखा जाता है लेकिन भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को यह पसंद नहीं है। अश्विन ने इसे रोकने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं और कहा कि तकनीक की मदद से बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच की समानता को बनाए रखा जा सकता है।
अश्विन ने कई ट्वीट्स करते हुए इस बारे में अपनी राय रखी। उन्होंने लिखा कि उम्मीद है कि तकनीक इस बात पर ध्यान देगी कि अगर बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ रहा है और ऐसे में उस गेंद पर बनाए गए तो रनों को रद कर दिया जाएगा। इससे समानता को बनाए रखा जा सकता है।
Putting the same batsmen on strike might cost me a 4 or a 6 from the next ball and eventually cost me 7 more runs instead of may be a 1 and a dot ball possibility at a different batsmen. The same will mean massively for a batter wanting to get off strike even in a test match.— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) July 28, 2020
उन्होंने लिखा कि गेंदबाजी छोर पर खड़ा बल्लेबाज, गेंदबाज के गेंद छोड़ने से पहले क्रीज छोड़ने का प्रयास इसलिए करता है कि या तो उसे जल्दी स्ट्राइक बदलने होती है या फिर एक रन को दो में तब्दील करना होता है। आप में कई लोग इसमें असमानता को नहीं देख पाते हैं इसलिए मैं अपनी काबिलियत से आपको इसके बारे में बता देता हूं।
अगर नॉन स्ट्राइकर दो फीट आगे है और इसी कारण वह दो रन लेने में सफल रहता है तो वह सामने वाले बल्लेबाज को दोबारा स्ट्राइक पर ले आएगा। उसी बल्लेबाज के दोबारा सामने आने पर अगली गेंद पर वह मुझे चौका या छक्का मार सकता है और इससे मुझे एक रन की जगह कुल सात रनों का नुकसान हुआ। हो सकता कि अगर स्ट्राइक पर कोई अलग बल्लेबाज होता तो गेंद खाली भी हो जाती। यही बात टेस्ट मैच में है, जहां बल्लेबाज स्ट्राइक से हटना चाहता हो तो वह ऐसा कर सकता है।
अश्विन कई बार इसी तरह की चीजों को रोकने के लिए मांकडि़ंग का उपयोग करते हुए देखे गए हैं। आइपीएल के पिछले सत्र में उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब से खेलते हुए राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकडि़ंग के जरिये आउट किया था।
अश्विन ने कहा कि इससे बल्ले और गेंद के बीच समानता बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह गेंदबाजों के लिए मुश्किल माहौल में संतुलन लाने का समय है। हम इसके लिए उसी तकनीक का उपयोग कर सकते हैं जो हम टी-20 में नो बॉल के लिए करते हैं।