कभी हर गेंद को हिट करने वाले Dhoni अब बहुत ज्यादा कैलकुलेटेड हो गए हैं- आर अश्विन
आर अश्विन ने बताया कि माही मुरलीधरन की हर गेंद पर जोरदार शॉट लगाते थे और वो अपनी लेंथ में बदलाव के लिए मजबूर हो जाते थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। 2008 में MS Dhoni चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े थे और 12 साल के आइपीेएल के इतिहास में वो इस लीग से सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उनकी कप्तानी में चेन्नई ने इस लीग में हर बार नॉकआउट स्टेज में प्रवेश किया जिसमें तीन बार चैंपियन भी बना। धौनी के कप्तानी के इस सफर में कई खिलाड़ियों ने उनका साथ दिया और टीम को सफल करने में बड़ी भूमिका निभाई जिसमें एक आर अश्विन भी थे।
आर अश्विन इस टीम के साथ साल 2009 में जुड़े थे और अपने प्रदर्शन के दम पर धौनी के पसंदीदा गेंदबाज बने। वहीं 2011 वनडे वर्ल्ड कप के बाद वो इंडियन टीम में भी धौनी के मुख्य हथियार बने। अब अश्विन ने एक चैट के दौरान इस टीम के साथ जुड़ी अपनी शुरुआती दिनों की कुछ यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि धौनी नेट में प्रैक्टिस के लिए उनके और मुथैया मुरलीधरन की गेंदों का सामना करते थे। मुरली तीन साल तक सीएसके टीम का हिस्सा थे। धौनी ने मुरली का इस्तेमाल भी काफी शानदार तरीके से किया था।
नेट प्रैक्टिस की बात करते हुए अश्विन ने बताया कि वो एमए चिदंबरम स्टेडियम में अपनी गेंदबाजी के लिए प्रतिक्षा कर रहे थे। मैं पहली बार मुरली के साथ प्रैक्टिस कर रहा था। धौनी मुरली की हर गेंद पर प्रैक्टिस के दौरान लंबे शॉट लगाते थे। अब तो धौनी बहुत ही कैलकुलेटेड हो गए हैं, लेकिन मैंने वो वक्त भी देखा है जब धौनी हर गेंद पर जोरदार प्रहार करते थे और मुरली को हर बार अपने गेंद के लेंथ को पीछे करना पड़ता था। उस प्रैक्टिस में 5-6 गेंदें ऐसी भी थी जिस पर उन्होंने ऐसा शॉट मारा की गेंद स्टेडियम की छत पर पहुंच गया।
अश्विन ने कहा कि मैंने इस तरह के किसी को गेंद हिट करते नहीं देखा था और उस वक्त वो काफी नया था। एक युवा गेंदबाज के तौर पर हमें उस तरह से छक्कों के बारे में नहीं बताया गया था। अश्विन ने हर्षा भोगले से बात करते हुए ये बातें कही। अश्विन 2009-2015 तक चेन्नई के लिए खेले। चेन्नई के बैन होने के बाद वो राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स के साथ जुड़ गए। साल 2018 में वो पंजाब के साथ जुड़े और अब इस सीजन के लिए दिल्ली का हिस्सा बने।