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आर अश्विन ने इयोन मोर्गन के साथ हुए विवाद पर कहा- ये हमारी निजी लड़ाई नहीं थी, खेल भावना को लेकर टकराव था

आर अश्विन ने कहा ‘मुझे लगता है कि हमें समझने की जरूरत है कि सांस्कृतिक रूप से सभी लोग अलग होते हैं लोगों को जिस तरह इंग्लैंड और भारत में क्रिकेट खेलना सिखाया जाता है सोचने का तरीका बिलकुल अलग है।’

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 05:21 PM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 05:21 PM (IST)
आर अश्विन ने इयोन मोर्गन के साथ हुए विवाद पर कहा- ये हमारी निजी लड़ाई नहीं थी, खेल भावना को लेकर टकराव था
एक मैच के दौरान आर अश्विन और इयोन मोर्गन मे टकराव की स्थिति आ गई (फोटो- एपी)

दुबई, प्रेट्र। IPL 2021: दिल्ली कैपिटल्स के आफ स्पिनर आर अश्विन ने इयोन मोर्गन के साथ हुए अपने विवाद पर सफाई देते हुए इस बात को खत्म करने की कोशिश की। अश्विन ने केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन के साथ मैदान पर बहस से जुड़े विवाद को खत्म करने की कोशिश करते हुए कहा कि यह निजी लड़ाई नहीं थी बल्कि खेल कैसे खेला जाना चाहिए इसे लेकर नजरिए में अंतर था। पिछले हफ्ते दिल्ली कैपिटल्स और नाइट राइडर्स के बीच आइपीएल के एक लीग मैच के दौरान रिषभ पंत के शरीर से टकराकर गेंद के दूर जाने पर अश्विन ने एक रन लेने का प्रयास किया था। इसके बाद मोर्गन ने उनके खेल भावना को लेकर खवाल खड़े किए थे। 

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अश्विन ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हुए मुकाबले के बाद कहा कि मुझे लगता है कि यह निश्चित तौर पर निजी लड़ाई नहीं है और मैं इसे इस तरह देखता भी नहीं हूं। जो लोग ध्यान खींचना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं लेकिन मैं इसे इस तरह नहीं देखता। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता था कि गेंद रिषभ पंत से लगकर गई है। इसलिए मुझे लगा कि उन्होंने फैसला कर लिया था कि वे निशाना बनाएंगे और यही कारण है कि मैंने कहा कि जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया वे सही नहीं थे। अश्विन ने मैच के बाद ट्विटर पर मोर्गन और टिम साउथी को ‘अपमानजनक’ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने और उन्हें ‘खेल भावना’ का पाठ नहीं पढ़ाने को कहा था। अश्विन के आउट होने के बाद तेज गेंदबाज साउथी ने भारतीय गेंदबाज से कहा था, ‘जब आप धोखेबाजी करते हो तो ऐसा ही होता है।’

भारतीय स्पिनर को इसके बाद मोर्गन और साउथी की ओर बढ़ते देखा गया था जिसके बाद दिनेश कार्तिक ने बीच बचाव करके मामले को ठंडा किया। अश्विन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें समझने की जरूरत है कि सांस्कृतिक रूप से सभी लोग अलग होते हैं, लोगों को जिस तरह इंग्लैंड और भारत में क्रिकेट खेलना सिखाया जाता है, सोचने का तरीका बिलकुल अलग है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यहां कोई गलत है। सिर्फ इतनी सी बात है कि 1940 के दशक के जिस तरह क्रिकेट खेला जाता था आप उम्मीद नहीं कर सकते कि आज भी कोई वैसे ही खेले।’

आपको बता दें कि एमसीसी के नियमों में हालांकि साफ किया गया है कि बल्लेबाज के शरीर से गेंद लगने के बाद रन लेने की इजाजत है। इंग्लैंड को भी इस तरह की घटना में फायदा मिला था जब 2019 विश्व कप फाइनल में बाउंड्री के करीब से किया गया थ्रो बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर चार रन के लिए चली गई थी और अंपायर ने ओवरथ्रो के रन दिए थे और आखिर में इंग्लैंड खिताब जीतने में सफल रहा था। 


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