शतकवीर पुजारा ने बताया 'सीक्रेट', कुंबले की इस सलाह ने दिलाई सफलता
चेतेश्वर पुजारा का कहना है कि मुख्य कोच अनिल कुंबले की सलाह पर इरादे में बदलाव किया है।
विशेष संवाददाता, विशाखापत्तनम। चेतेश्वर पुजारा करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी तकनीक में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन मुख्य कोच अनिल कुंबले की सलाह पर इरादे में बदलाव जरूर किया है। तीसरे नंबर के बल्लेबाज पुजारा की कैरेबियाई दौरे के दौरान धीमी बल्लेबाजी की काफी आलोचना की गई थी। इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए पांच टेस्ट मैचों में लगातार तीन शतक और तीन अर्धशतक जड़ चुके हैं।
पुजारा ने कहा, 'जहां तक तकनीक का संबंध है तो मैंने ज्यादा कुछ बदलाव नहीं किया है। यह सिर्फ इच्छा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह मैंने शुरुआत की, मैं सैकड़े से चूक गया। मैंने अनिल भाई से बात की और उन्होंने कहा कि मैं जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं, उसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैं शायद एक ही चीज 'अपने इरादे' में सुधार कर सकता हूं और मैंने इसी पर काम किया।'
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उन्होंने कहा, 'छक्के के साथ शतक पूरा करना मेरे लिए विशेष था। जैसा कि मैंने पहले टेस्ट में अच्छी शुरुआत की थी और घरेलू मैदान पर एक शतक बनाना मेरे लिए विशेष था। मैं अपनी इसी शानदार फॉर्म को जारी रखकर इसका पूरा फायदा उठाना चाहता था। मैं और विराट लंबी साझेदारी बनाना चाहते थे और यह टीम के लिए अहम भी है।' पुजारा ने अपने स्ट्रोक्स खेले और दो छक्के जड़े जिसमें एक मिडविकेट के ऊपर था। इसकी बदौलत उन्होंने अपना दसवां टेस्ट शतक पूरा किया। उन्होंने कप्तान की तारीफ करते हुए कहा, 'वह (विराट) अपने शॉट खेलना चाहता है। मैं हमेशा उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाता हूं। वह दबदबा बनाना चाहता है। हम हालात का पूरा फायदा उठाना चाहते थे। मुझे उनके साथ बल्लेबाजी करने में मजा आया।'
पुजारा पहले सत्र में 22 रन के स्कोर पर दो बार रन आउट होने से बचे लेकिन उन्होंने माना कि संवाद की कोई कमी नहीं थी। उन्होंने कहा, 'पहले सत्र में हम एक-एक रन को अच्छी तरह नहीं समझ सके। हमने लंच ब्रेक में बात की। अगर आप दूसरा सत्र देखोगे तो हमारी रनिंग पहले से कहीं बेहतर हो गई थी। लंच टाइम के बाद चीजें बेहतर हो गईं।'