वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाने वाले पृथ्वी शॉ ने अंतिम ग्यारह में चयन को लेकर कही ये बात
पृथ्वी शॉ ने 154 गेंदों पर 134 रन बनाए।
राजकोट। पृथ्वी शॉ के अनुसार वे टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे पर ही पदार्पण के लिए तैयार थे। शॉ को इंग्लैंड दौरे पर अंतिम दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम में चुना गया था, लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट में पदार्पण करते हुए उन्होंने शतक जमाया।
उन्होंने कहा कि मुझे मौका देने का फैसला कप्तान और कोच का है। मैं इंग्लैंड में भी पदार्पण के लिए तैयार था, लेकिन आखिरकार यहां मौका मिल ही गया। इंग्लैंड में भी मेरा अनुभव बहुत अच्छा था। विराट भाई ने मुझसे कहा था कि टीम में कोई सीनियर और जूनियर नहीं है। सभी दोस्तों की तरह हैं। कई सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना अलग ही अनुभव था।
पृथ्वी ने कहा कि यहां मैच की शुरुआत में मैं थोड़ा नर्वस था। मगर विकेट पर थोड़ा वक्त बिताने के बाद सहज हो गया था। इसके बाद मुझे बिल्कुल भी दबाव महसूस नहीं हुआ। मैं गेंदबाजों पर दबाव बनाना चाहता था। इसलिए खराब गेंदों का इंतजार कर रहा था। आपको बता दें कि पृथ्वी ने अपने पहले टेस्ट मैच की पहली ही पारी में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगा दिया। उन्होंने अपना शतक 99 गेंदों पर पूरा कर लिया और 154 गेंदों पर 134 रन की बेहतरीन पारी खेली।