सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खेलने का फायदा मुझे द. अफ्रीका में मिलेगा: कुलदीप यादव
कुलदीप द. अफ्रीका में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
कोलकाता, पीटीआइ। भारत के एकमात्र चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि सैयद मुश्ताक अली टी 20 टूर्नामेंट में खेलने का फायदा मुझे दक्षिण अफ्रीका में मिलेगा। कुलदीप द. अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने के लिए 24 जनवरी को रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि मैंने ये पूरा टूर्नामेंट खेला है और इसके बाद मेरा लय फिलहाल काफी अच्छा है और मैं द. अफ्रीका में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहूंगा।
सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के बारे में कुलदीप ने कहा कि मेरे लिए हर गेम अहम था। टीम को आपकी जरूरत होती है और अपने राज्य के लिए खेलना हमेशा गर्व का विषय होता है। राज्य की तरफ से ही सबकुछ मिलता है और इसलिए मैं खेलने आया हूं। कुलदीप ने कहा कि किसी बड़े खिलाड़ी के साथ खेलने से पहले इस तरह के टूर्नामेंट में खेलने से काफी प्रैक्टिस होती है जिसका फायदा मिलता है। मैं हमेशा विकेट लेने की कोशिश करता हूं और रन लुटाने से नहीं डरता।
कुलदीप ने कहा कि टी20 में रन पड़ते ही हैं और क्रिकेट के इस प्रारूप में ये अहम है कि आप कितने विकेट लेते हैं। इस प्रारूप में ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना ही टीम के लिए फायदेमंद होता है। जब 230 से ज्यादा रन बोर्ड पर होता है तो ये पता होता है कि विरोधी टीम रन बनाने की कोशिश करेगी। मैं हमेशा विकेट लेने की कोशिश करता हूं ना कि रन बनने पर प्रतिबंध लगाने की। उन्होंने कहा कि जिस टीम की कप्तानी विराट कर रहे हों उस टीम के साथ जुड़े रहने के लिए फिट रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर आप भारत के लिए खेल रहे हैं तो आपको फिट रहना ही होगा साथ ही अगर आप लंबे समय तक खेलना चाहते हो तो इसके लिए फिटनेस सबसे ज्यादा जरूरी है। पिछले दो वर्ष से मैं अपनी फिटनेस के लिए काफी मेहनत करता हूं।
आइपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने वाले कुलदीप ने कहा कि वो एक बार फिर से केकेआर के लिए खेलना चाहते हैं। केकेआर ने कुलदीप को रिटेन नहीं किया लेकिन उन्होंने आइपीएल नीलामी के लिए अपना बेस प्राइस 1.5 करोड़ रुपए रखा है। इस कीमत के बाद शायद वो राइट टू मैच के जरिए एक बार फिर से उस टीम में शामिल हो सकें। कुलदीप ने कहा कि मैंने केकेआर के साथ पांच वर्षों तक खेला है। ये मेरे परिवार की तरह है और मेरे लिए होम ग्राउंड भी है। कोलकाता पिच के बारे में मुझे अच्छे से पता है कि मुझे किस एंगल से गेंदबाजी करनी है साथ ही इस विकेट के बारे में भी मुझे अच्छे से पता है। कोलकाता में खेलने में मैं किसी तरह का दबाव महसूस नहीं करता हूं क्योंकि यहां मैंने पांच वर्षों तक खेला है। ये मैदान मेरे लिए काफी लकी है।