नहीं कराया IPL खिलाड़ियों के सैलरी का बीमा, जानिए क्या है वजह !
एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने स्पष्ट किया कि महामारी के लिए खिलाड़ियों के वेतन का बीमा नहीं किया जाता।
नई दिल्ली, एजेंसी। इस समय बीसीसीआइ एक वैकल्पिक तिथि तलाश रहा है क्योंकि मई में आइपीएल कराने का मौका बहुत कम है लेकिन अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है। देश में इस समय 21 दिन का लॉकडाउन है जो 14 अप्रैल को खत्म होगा जबकि आइपीएल को 15 अप्रैल तक स्थगित किया गया है।
कोरोना वायरस महामारी से अभी तक दुनिया भर में काफी आर्थिक उथल--पुथल हुई है जिससे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने स्वीकार किया कि उनके वेतन में कटौती हो सकती है।
वेतन का बीमा नहीं :
एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने स्पष्ट किया कि महामारी के लिए खिलाड़ियों के वेतन का बीमा नहीं किया जाता। हमें बीमा कंपनी से कोई राशि नहीं मिलेगी क्योंकि महामारी बीमा की शर्तो में शामिल नहीं है। प्रत्येक फ्रेंचाइजी की वेतन देने की राशि 75 से 85 करोड़ रपये है। अगर खेल ही नहीं होता तो हम भुगतान कैसे कर सकते हैं।
आइपीएल--10 तक फ्रेंचाइजी का हिस्सा रहे इस अधिकारी का कहना है कि इंग्लिश प्रीमियर लीग, ला लिगा से लेकर बुंदेसलीगा तक खिलाड़ी कटौती सह रहे हैं। साथ ही यह भी पता नहीं कि चीजें कब सामान्य होंगी।
करीब 3 हजार करोड़ का नुकसान :
सूत्रों के अनुसार आइपीएल नहीं होने से करीब 3000 करोड़ रपये के करीब का नुकसान हो सकता है। ऐसा नहीं है कि इससे महेंद्र सिंह धौनी और विराट कोहली ही प्रभावित होंगे लेकिन पहली बार खेलने वालों के लिए 20, 40, 60 लाख रुपये पाने वाले खिलाड़ियों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरण धूमल "इस समय अभी तक कटौती के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। आइपीएल निश्चित रूप से बीसीसीआइ का सबसे ब़़डा टूर्नामेंट है लेकिन इस समय गणना करना और नुकसान का अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। हम कुछ नहीं कह सकते, जब तक अधिकारी एक साथ नहीं बैठते क्योंकि गणना काफी पेचीदा है।"