स्पिनर्स के खिलाफ ये मेरी सबसे अच्छी पारियों में से एक थी : रहाणे
रहाणे ने कोलंबो टेस्ट में लगाए अपने शतक को अपनी बेहतरीन पारियों में से एक करार दिया।
कोलंबो। श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में रहाणे ने 132 रन की पारी खेली और स्पिन के लिए मददगार इस पिच पर उन्होंने अपनी पारी को अपने करियर की कुछ बेहतरीन पारियों में से एक बताया। रहाणे के मुताबिक टेस्ट मैच के बाकी बचे दिन में इस पिच पर बल्लेबाजों के लिए बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा।
रहाणे ने इस टेस्ट मैच में पुजारा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 217 रन की साझेदारी की। इन दोनों की इस साझेदारी के बाद भारतीय टीम मजबूत स्थिति में आ गई। पहले दिन भारतीय टीम के तीन विकेट 133 रन पर गिर गए थे लेकिन इन दोनों ने भारतीय पारी को संभाल लिया। रहाणे ने कहा कि ये मेरे लिए सबसे बेहतरीन पारियों में से एक रहा वो भी स्पिनर्स के खिलाफ। शुरू से ही मैं गेंदबाजों पर हावी होना चाहता था। बल्लेबाजी के लिए जाने से पहले मुझे ये पता था कि विकेट किस तरह से बर्ताव करेगा साथ ही इस पिच पर कितना बाउंस है और वो मेरे खेल को किस हद तक प्रभावित कर सकता है। बल्लेबाजी के दौरान मेरे और पुजारा के बीच यही बात होती थी कि किसी भी ओवर को मेडन नहीं जाने देना है और इसकी वजह से हम गेंदबाजों पर दबाव बनाने में कामयाब रहे। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा इस विकेट पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा।
रहाणे ने बताया कि गॉल टेस्ट मैच के बाद जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमने ये निश्चय किया कि हमें अपने फुटवर्क पर ज्यादा ध्यान देना है खास तौर पर रंगना हेराथ के खिलाफ। इस वजह से हम हेराथ और टीम के अन्य स्पिनर्स के खिलाफ हमने फुटवर्क पर ध्यान दिया और बैकफुट पर ज्यादा रन बना सके। इस तरह के स्लो और सूखे पिच के बारे में हमें पता था कि हम जितना ज्यादा अपने फुटवर्क पर ध्यान देंगे उतना ही रन बना पाएंगे। इस पिच पर बाउंस में काफी विविधता है। कुछ गेंदों बाउंस हो रही हैं और कुछ काफी नीचे रह रही हैं। हम जानते हैं कि अगर वो स्पिव शॉट खेलते हैं तो हमारे पास उन्हें आउट करने की ज्यादा संभावना होगी।
रहाणे ने कहा कि इस पिच पर आगे बल्लेबाजी करना उतना आसान नहीं होगा। अब अगर हमें विकेट लेना है तो हमारे गेंदबाजों को सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करनी होगी और वो भी लंबे समय तक।