अब हमारे बल्लेबाजों को अनुशासित बने रहना होगा : हनुमा विहारी
हनुमा विहारी ने कहा कि हमारे बल्लेबाजों के लिए अहम चीज यही होगी कि वे इस पिच पर अनुशासित बने रहें।
पर्थ। भारतीय ऑलराउंडर हनुमा विहारी ने कहा कि हमारे बल्लेबाजों के लिए अहम चीज यही होगी कि वे इस पिच पर अनुशासित बने रहें, जो दूसरे टेस्ट के शुरुआती दिन बल्ले और गेंद के बीच अच्छे द्वंद्व के बाद तेज गेंदबाजों के लिए बेहतर हो गई है। पिच सुबह के सत्र में थोड़ी धीमी थी, लेकिन भोजनकाल के बाद यह तेज हो गई। भारतीय गेंदबाजों ने इससे अच्छा तालमेल बिठाते हुए छह विकेट चटकाए। विहारी ने 53 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
विहारी ने कहा कि हमारे लिए अहम चीज यही है कि हम इन पहलुओं के बारे में ज्यादा नहीं सोचें। अगर यह ऊपर-नीचे होता है तो भी आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते। अगर हम अपने दिमाग से इन चीजों को बाहर रखेंगे तो हम सफल रहेंगे। बल्लेबाज के तौर पर हम जितना संभव हो सकेगा अनुशासित होने की कोशिश करेंगे, जैसा कि हमने पिछले टेस्ट की दूसरी पारी में किया था। आपको हर गेंद को देखकर खेलना होगा। यही मायने रखता है। अगर आप पिछली गेंद के बारे में सोचोगे तो आप अगली गेंद पर ध्यान नहीं लगा पाओगे। आपको पिछली गेंद को अपने दिमाग से निकालना होगा। शनिवार को पहला घंटा काफी अहम होगा। अगर हम उन्हें 320 रन से कम के स्कोर पर आउट कर देते हैं, तो हम मैच में बने रहेंगे। अगर हम अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो हमारे पास अच्छा मौका होगा।
विहारी ने इस मैच में 14 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने मार्कस हैरिस और शॉन मार्श के अहम विकेट झटके। उन्होंने कहा कि मैंने थोड़ा तेज गेंदबाजी करने की कोशिश की, क्योंकि मैं थोड़ा ज्यादा पिच को हिट करने की कोशिश कर रहा था, ताकि उछाल मिल सके। मेरी योजना यही थी कि कसी गेंदबाजी करने की कोशिश करूं और तेज गेंदबाजों को आराम दे सकूं। मैं जानता था कि जरूरत पड़ने पर मुझे गेंदबाजी करनी होगी। मैं इसके लिए तैयार था। मैं खुश हूं कि टीम के लिए अच्छा काम कर सका।