MS Dhoni का बीच टेस्ट सीरीज में संन्यास का फैसला 'गैर जिम्मेदाराना', डु प्लेसिस के बयान से उठे सवाल
चेन्नई सुपर किंग्स में उनके साथ खेलने वाले साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने सोमवार को एक बयान दिया जिसकी वजह से धौनी के जिम्मेदार कप्तान होने पर सवाल खड़े हो गए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को दुनिया के महानतम कप्तानों में गिना जाता है। भारत के लिए बतौर कप्तान टी20 और वनडे वर्ल्ड कप के साथ-साथ धौनी ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। पूर्व कप्तान के संन्यास को लेकर काफी चर्चा हो रही है। चेन्नई सुपर किंग्स में उनके साथ खेलने वाले साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने सोमवार को एक बयान दिया जिसकी वजह से धौनी के जिम्मेदार कप्तान होने पर सवाल खड़े हो गए हैं।
साउथ अफ्रीका की टीम इंग्लैंड के खिलाफ इस वक्त चार मैचों की टेस्ट सीरीज में खेल रही है। पहला मुकाबला जीतने के बाद मेजबान टीम को लगातार दो मुकाबले गंवाने पड़े हैं। इंग्लैंड ने जोरदार वापसी करते हुए सीरीज का दूसरे और तीसरे मुकाबले में बड़ी जीत के साथ 2-1 की बढ़त बनाई। सोमवार को साउथ अफ्रीका की तीसरे टेस्ट में मिली पारी और 53 रन की हार के बाद कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने टेस्ट से संन्यास के संकेत दिए।
डु प्लेसिस ने ESPNCricinfo से बात करते हुए जो कहा उसे महेंद्र सिंह धौनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के जोड़कर देखा जा सकता है। डु प्लेसिस ने कहा कि सबसे खराब लीडर वो होता है जो बीच सीरीज में टीम को छोड़कर भाग जाए और कहे कि माफ करना साथियों, मैं अब जा रहा हूं, मुझे जितना करना था मैंने कर लिया।
धौनी ने बीच सीरीज में लिया था टेस्ट से संन्यास
गौरतलब है धौनी ने भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बीच सीरीज में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। डु प्लेसिस का बयान धौनी के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने से बिल्कुल सटीक बैठता है। पूर्व भारतीय कप्तान ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के बाद संन्यास की घोषणा कर दी थी।
भारतीय टीम लगातार दोनों टेस्ट हारने के बाद सीरीज में 0-2 से पीछे चल रही थी और मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट को भी ऑस्ट्रेलिया ने ड्रॉ कराया था। धौनी ने सीरीज में एक मैच शेष रहते ही टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने का फैसला लिया था। इसे दिग्गजों ने गैर जिम्मेदाराना ठहराया था।