MS Dhoni के मनाने पर दिग्गज खिलाड़ी ने बदला था फैसला, नहीं खेलना चाहते थे 2011 विश्व कप
नेहरा ने बताया विश्व कप से पहले मैं पीठ की तकलीफ से काफी परेशान था और एक समय तो ऐसा आ गया जब सोच लिया कि अब नहीं खेल पाउंगा मैं छोड़ दूंगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा चोटों की वजह से करियर लंबा नहीं कर पाए। साल 2011 विश्व कप से पहले ही उन्होंने सचिन तेंदुलकर और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को बताया था कि वह टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे। इस बात को सुनने के बाद धौनी ने नेहरा से बात की और उनको विश्व कप खेलने के लिए राजी कर लिया। नेहरा ने बताया कि उनका करियर लंबा हुआ क्योंकि धौनी ने उनका साथ दिया।
नेहरा ने बताया, "विश्व कप से पहले मैं पीठ की तकलीफ से काफी परेशान था और एक समय तो ऐसा आ गया जब सोच लिया कि अब नहीं खेल पाउंगा, मैं छोड़ दूंगा। मुझे आज भी याद है प्रवीण कुमार या कोई और एक तेज गेंदबाज चोटिल हो गए थे और श्रीसंत को उनकी जगह लाया गया। मैंने एमएस धौनी और सचिन तेंदुलकर से कहा मुझे नहीं लगता मैं विश्व कप खेल पाउंगा। इससे पहले की मैं बहुत ज्यादा संघर्ष करूं बेहतर होगा आप किसी और को मेरी जगह ले आएं।"
"और धौनी ने मुझसे कहा, सुनिए बस दो तीन हफ्ते और आप बने रहिए। उसके बाद देखिए कैसा महसूस करते हैं। फीजिए के साथ संपर्क बनाए रखें इसको उनके साथ मिलकर सही करते हैं इंतजार करें दो तीन हफ्ते और फिर देखते हैं सबकुछ कैसा जाता है।"
विश्व कप में नेहरा ने महज तीन मुकाबले खेले थे। नीदरलैंड्स के खिलाफ उन्होंने 22 रन देकर 1 विकेट हासिल किया था जबकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ 65 रन खर्च कर एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए थे। विश्व कप 2011 का सेमीफाइनल नेहरा का आखिरी वनडे मैच साबित हुआ उन्होंने इस मुकाबले में 33 रन देकर दो विकेट हासिल किए थे। इस मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 29 रन से हराया था।
"इसके बाद मैंने एक समय पर एक मैच खेलना शुरू किया। मैंने हॉलैंड के खिलाफ खेला फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ काफी खराब मैच गया और फिर काफी मैच में बाहर बैठा। फिर सेमीफाइनल मैच आया, मैंने खेला और हम जीते। मेरा यह मैच काफी अच्छा रहा हालांकि मैंने इसके बाद फाइनल मैच मिस कर दिया। मेरा पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया था और ऑस्ट्रेलिया सर्जरी के लिए जाना पड़ा।"