इस IPL सबसे ज्यादा विकेट लेने की तैयारी कर रहे मोहम्मद सिराज, ये है उनका अचूक हथियार
आरसीबी के मुख्य तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट में धमाल मचाया और अब वह आइपीएल में उतरने के लिए तैयार हैं। सिराज ने आइपीएल के पहले मुकाबले से ठीक पहले दैनिक जागरण से बात की।
विप्लव कुमार, नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन का आगाज 9 अप्रैल शुक्रवार से होने जा रहा है। पहले मैच में मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस के सामने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम होगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली की कप्तानी वाली इस टीम के मुकाबले का इंतजार हर किसी को है। आरसीबी के मुख्य तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट में धमाल मचाया और अब वह आइपीएल में उतरने के लिए तैयार हैं। सिराज ने आइपीएल के पहले मुकाबले से ठीक पहले दैनिक जागरण से बात की।
सिराज ने बताया कि उनके लिए यह सीजन पिछले बाकी सीजन से अलग होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट डेब्यू करने के बाद उनकी गेंदबाजी में बदलाव आया है। सिराज ने कहा, "इंटरनेशनल मैच में खेलने और वहां प्रदर्शन करने से अपने आपको काफी कॉन्फिडेंस मिलता है। जैसा मैंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ प्रदर्शन किया तो यह मेरे लिए काफी आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा। अभी मेरा लक्ष्य है कि आइपीएल में अच्छा करूं और अपनी टीम के लिए आगे और भी अच्छा करता जाउं।"
एक गेंदबाज के तौर पर इस सीजन में आप किस तरह से तैयारी कर रहे हैं।
इस सीजन में मैं यही सोचता हूं कि अभी तो मैं नई गेंद से प्रैक्टिस कर रहा हूं, अगर जो मुझे पावरप्ले में गेंद डालने का मौका मिल रहा है तो मैं वहां पर अच्छे विकेट लूं। और इस साल मैं सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनूं। इस बार के आइपीएल में यही मेरा लक्ष्य है।
रफ्तार तो पहले से आपके पास काफी अच्छी रही है अनुभव के साथ आइपीएल में खेलने कितना फर्क आया है।
ये आइपीएल एक बहुत बड़ा मंच है, जो युवा खिलाड़ी हैं और जो भी इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं जैसे विराट भाई, एबी डिविलियर्स, मैक्सवेल। बाहर विरोधी टीम में भी काफी इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं तो उनका विकेट लेने से एक युवा के लिए काफी अत्मविश्वास की बात होती है। मतलब कि वो आगे जाकर और भी अच्छा करने का विश्वास पाता है तो काफी अच्छा लगता है।
ट्रेनिंग के दौरान कौन सी एक गेंद है जिसपर आप काफी ज्यादा मेहनत कर रहे हैं। वो एक गेंद जिसको आप अपना अचूक हथियार मानते हैं जिसपर बल्लेबाज परेशान होते हैं।
अभी मैं प्रैक्टिस में यही प्लान कर रहा हूं कि जैसे कि मैं सिंगल विकेट पर एक जूता रखकर मैं वहां पर यॉर्कर का ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करूं। तो जब कभी भी मुझे डेथ ओवर में गेंदबाजी करने का मौका मिलेगा तो मैं इसी यॉर्कर को अपना सबसे कारगर हथियार समझूंगा।