गोलियों की बौछार भी नहीं हिला सकी इस क्रिकेटर का हौसला, अब बोल दी ये बड़ी बात
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी-20 मैच से पहले भी उन्हें घुटने में पट्टी के साथ अभ्यास करते देखा गया। उन्होंने अगस्त 2013 के बाद कोई प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला।
देहरादून, जेएनएन। युद्ध की विभीषिका झेल रहे अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज शापूर जादरान ने मंगलवार को यहां कहा कि उनके देश में बम धमाके होते रहेंगे, लेकिन वह उस पर ध्यान दिए बिना खेलना जारी रखना चाहते हैं। शापूर ने कहा कि यह दिल दुखाने वाली बात है कि इस तरह की घटनाएं उनके देश में होती रहती हैं, लेकिन पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर उनके पास आगे बढ़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
बांग्लादेश के साथ मौजूदा टी-20 सीरीज में अफगानिस्तान के तेज आक्रमण की अगुआई कर रहे शापूर ने कहा, ‘धमाके होते रहेंगे, लेकिन हमें उन्हें भूलना होगा। हर महीने हमले होते हैं। हम ज्यादा समय दौरे पर होते हैं, हमारे पास क्या विकल्प हैं? हमें इन चीजों को पीछे छोड़ कर खेल पर 100 प्रतिशत ध्यान देना होगा।’
जादरान पर हुआ था हमला
आपको बता दें कि शापूर जादरान पर पिछले साल जनवरी में बंदूकधारियों के एक अज्ञात गिरोह ने गोलीबारी की थी। शापूर जादरान अपने भाई के साथ कार में सफर कर रहे थे, जब उनके वाहन पर गोलियां चलाई गई थी। वो अपने घर की ओर जा रहे थे हालांकि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था। गोलीबारी के बाद हमलावर भाग खड़े हुए थे।
30 साल के इस खिलाड़ी का करियर चोटों से प्रभावित हुआ है। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी-20 मैच से पहले भी उन्हें घुटने में पट्टी के साथ अभ्यास करते देखा गया। उन्होंने अगस्त 2013 के बाद कोई प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला और इस बात पर कोई आश्चर्य नहीं है कि वह अफगानिस्तान के ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए टीम में नहीं हैं।
अफगानिस्तान 14 जून से बेंगलुरु में से अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ खेलेगा। शापूर ने देश लिए पहले टी-20 विश्व कप (2010) और क्रिकेट विश्व कप 2015 में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया है। वह ऐतिहासिक टेस्ट टीम में शामिल नहीं होने से निराश है। उन्होंने कहा, ‘मैं इसे चूकने से निराश हूं, लेकिन चोट के कारण मैने चार दिवसीय मैच नहीं खेले हैं।