पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच पद से हटाए जाने पर फूटा फ्लावर का गुस्सा, कहा-वहां आजादी की कमी है
टीम को पूर्व खिलाड़ियों का दोगलापन और वहां के टीवी चैनल्स और उसमें काम करने वाले पत्रकार के साथ पीसीबी के अंदर चलने वाली गंदी राजनीति की वजह से वहां की स्थिति खराब होती है।
नई दिल्ली, आईएएनएस। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के आईसीसी विश्व कप में खराब प्रदर्शन का खामियाजा कोच और कोचिंग स्टाफ को उठाना पड़ा। टूर्नामेंट के बाद बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभा रहे पूर्व जिम्बाब्वे बल्लेबाज ग्रांड फ्लावर को पद से हटा दिया गया। अब उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान में स्वतंत्रता और सुरक्षा की कमी है।
विश्व कप के पहले दौर से हारकर बाहर होने के बाद टीम के कोच मिकी आर्थर और बल्लेबाजी कोच को उनके पद से हटा दिया गया। साल 2014 से पाकिस्तान क्रिकेट टीम में बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभा रहे फ्लावर ने पाकिस्तान में काम करने पर अपनी राय दी।
जिम्बाब्वे के पूर्व बल्लेबाज एक इंटरव्यू में कहा- ‘पाकिस्तान में सुरक्षा और स्वतंत्रता की कमी है अपने आप में बेहद खराब है। टीम को पूर्व खिलाड़ियों का दोगलापन और वहां के टीवी चैनल्स और उसमें काम करने वाले पत्रकार के साथ पीसीबी के अंदर चलने वाली गंदी राजनीति की वजह से वहां की स्थिति खराब होती है। जाहिर सी बात है कि मैं अब इन सभी बातों के कभी भी दोबारा याद नहीं करना चाहूंगा।’
बाबर आजम काफी अच्छे बल्लेबाज
पाकिस्तान टीम के साथ 5 साल से ज्यादा बिताने वाले 48 साल के फ्लावर ने कहा कि टीम के साथ रहते हुए उन्होंने जितने भी बल्लेबाजों को ट्रेनिंग दी उन सभी में बाबर आजम सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। उन्होंने कहा, ‘जिनको भी मैंने वहां ट्रेनिंग दी वह शायद सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। साफ तौर पर कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान में जिनको भी मैंने सिखाया बाबर उन सभी बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ हैं।’
फ्लावर के कार्यकाल में पाकिस्तान की टीम ने भारत को 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हराकर खिताब जीता था। इसे उन्होंने पाकिस्तान के साथ अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि माना।
उनका कहना था, ‘मैं पाकिस्तान की टीम को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। बस आप अपने खिलाड़ियों में विश्वास रखें और उनके साथ बुरे वक्त पर खड़े रहें। सकारात्मक चीजों की तरफ ध्यान दें और नकारात्मक चीजों को दूर रखें।’