छोटे भाई उमर अकमल के बचाव में उतरे कामरान, बोले- पाकिस्तान संभाल नहीं सका उसका टैलेंट
कामरान अकमल ने अपने छोटे भाई और फिक्सिंग के आरोप में फंसे उमर अकमल का बचाव करते हुए कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट उसका टैलेंट संभाल पाने में नाकामयाब रही है।
कराची, पीटीआइ। पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल ने मंगलवार को अपने छोटे भाई उमर अकमल के अनियमित व्यवहार का बचाव करते हुए कहा कि देश का क्रिकेट टैलेंटेड बैट्समैन को संभालने में नाकाम रहा है। पाकिस्तानी बल्लेबाज उमर अकमल फिक्सिंग से जुड़े एक मामले की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी द्वारा लगाया गया तीन साल का बैन झेल रहे हैं। वहीं, उनके बड़े भाई ने उनका बचाव किया है।
कामरान अकमल ने छोटे भाई का बचाव करते हुए ये भी कहा है कि अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उनको टीम में जगह नहीं दी गई। सीनियर अकमल ने कहा कि मैदान के बाहर पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ जुड़ने वाले विवाद कोई नई बात नहीं है। ऐसा पाकिस्तान क्रिकेट में होता रहा है। उन्होंने कहा है, "मैदान के बाहर पाकिस्तान के खिलाड़ी विवादों में हमेशा रहते हैं। टीम मैनेजमेंट और कप्तान पर निर्भर करता है कि वह इस बात को कैसे संभालते हैं।"
पाकिस्तान के लिए काफी समय तक क्रिकेट खेलने वाले कामरान अकमल ने कई क्रिकेटरों का उदाहरण भी दिया है। कामरान कहते हैं, "इंजी भाई (इंजमान उल हक) को देखिए उन्होंने किस तरह से शोएब अख्तर, मोहम्मद आसिफ और शाहिद अफरीदी को हैंडल किया। अगर ऐसा ही उमर अकमल के साथ किया जाता वो वह एक बल्लेबाज के रूप में सामने आता।" इसके अलावा कामरान ने ये भी कहा है कि उनको खुद वापसी ना कर पाने का मलाल है
पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में अपनी वापसी को लेकर कामरान अकमल ने कहा है, "मैं घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहा हूं। टेस्ट और टी20 क्रिकेट से मुझे बाहर रखना बिल्कुल गलत है। मैं विकेटकीपर नहीं तो कम से कम एक बल्लेबाज के तौर पर खेल सकता हूं। मैथ्यू वेड की औसत 18 से 20 के बीच थी और वह वापसी कर चुके हैं, जबकि मैंने करीब 60 के औसत से बल्लेबाजी की है। मैं क्यों वापसी नहीं कर सकता।"
साल 2017 में आखिरी बार कामरान अकमल ने पाकिस्तान की टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। पाकिस्तान के लिए 53 टेस्ट, 157 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले इस दिग्गज ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को ये भी सलाह दी है कि खिलाड़ियों का चयन किस आधार पर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि आइपीएल और पीएसएल दिखाने के लिए ठीक हैं, लेकिन खिलाड़ियों का चयन मल्टी डेज क्रिकेट के प्रदर्शन के आधार पर होना चाहिए।