जावेद मियांदाद बोले, पाकिस्तान दौरे पर आए भारतीय स्पिनरों को 1978 में जमकर लूटा था
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने साल 1978-79 के भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे पर स्पिन तिकड़ी चंद्रशेखर बेदी और प्रसन्ना के खिलाफ खेली गई पारी को याद किया। ccc
लाहौर, आईएएनएस। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच जावेद मियांदाद ने भारत के खिलाफ खेली गई 1978-79 की टेस्ट सीरीज को याद किया है। मियांदाद ने पूर्व कप्तान जहीर अब्बास की भारतीय स्पिनर तिकड़ी के खिलाफ की गई गेंदबाजी का जिक्र करते हुए सीरीज को यादगार बताया। तीन मैचों की इस सीरीज के दौरान अब्बास ने बिशन सिंह बेदी, भागवत चंद्रशेखर और इरापल्ली प्रसन्ना के खिलाफ काफी रन बनाए थे।
इन दिनों पाकिस्तान के लगभग सभी पूर्व क्रिकेट सोशल चैनल पर अपना अनुभव बांटते नजर आते हैं। मियांदाद ने भी अपना वीडियो चैनल बना रखा है जिसपर उन्होंने 1978-79 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई टेस्ट सीरीज को लेकर बात की। इसे पाकिस्तान ने 2-0 से जीता था।
मियांदाद ने कहा, "चंद्रशेखर, बेदी और प्रसन्ना यही भारतीय टीम की ताकत थे उसके स्पिनर। उन्होंने पूरी दुनिया में काफी अच्छा किया था लेकिन जब वो पाकिस्तान पहुंचे तो उनकी गेंदबाजी की काफी धुलाई हुई। हमारे बल्लेबाजों ने उनके ओवर में काफी रन लूटे।"
फैसलाबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच की बात याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे जहीर अब्बास ने भारतीय स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी की थी। मियांदाद का कहना था, "मुझे याद है चंद्रशेखर ने जहीर भाई को काफी परेशान किया था तब उन्होंने मुझे कहा था जावेद कृपया इनको मेरे लिए संभाल लो और हां मैं जरूर हां में जवाब दिया। वहीं दूसरे छोर से जहीर भाई बेदी और प्रसन्ना के गेंदबाजी पर काफी रन बना रहे थे।"
"इसके बाद मैंने कहा था जहीर भाई अब कृपया मुझे भी इन दोनों गेंदबाजों के खिलाफ कुछ रन बनाने का मौका दीजिए, मैं भी इनके खिलाफ अपने कदमों का इस्तेमाल करूंगा। मैं यहां अटक गया हूं अब मैं आखिरी गेंद सिंगल नहीं लूंगा।"
इस मैच में मियांदाद ने 154 जबकि जहीर अब्बास ने 176 रन रन की पारी खेली थी और मुकाबला ड्रॉ हुआ था। लाहौर में खेल गए दूसरे टेस्ट मैच में जहीर ने दोहरा शतक बनाया था जिसे पाकिस्ताने 8 विकेट से जीता था। कराची में खेले गए तीसरे और आखिरी टेस्ट में मियांदाद ने शतक बनाया था और भारत को हार के साथ सीरीज 0-2 से गंवाना पड़ा था। इस सीरीज में चंद्रशेखर ने 8 विकेट हासिल किए थे। बेदी को 6 जबकि प्रसन्ना ने सिर्फ दो ही विकेट हासिल किए थे।