रोहित की शारीरिक भाषा की वजह से उन्हें लेजी समझने वालों को इरफान पठान ने बताई सच्चाई
इरफान पठान ने कहा कि रोहित शर्मा की शारीरिक भाषा की वजह से ऐसा लगता है कि वो मेहनत नहीं करते पर ऐसा नहीं है।
नई दिल्ली, जेएनएन। रोहित शर्मा के शरीर का हावभाव है उससे तो यही लगता है कि वो ज्यादा मेहनत पर विश्वास नहीं करते, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर की बात से सबकी गलतफहमी दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय वनडे व टी20 टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा अपने करियर के शुरुआत दिनों में भी खूब मेहनत किया करते थे और आज भी ऐसा ही है। हालांकि उन्हें देखकर ऐसा लगता था कि वो अपनी बल्लेबाजी के दौरान काफी रिलैक्स रहते हैं।
इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा कि कई लोगों को ये गलतफहमी हो जाती है कि जब वो इस तरह के खिलाड़ी को देखते हैं जिनके पास काफी वक्त होता है। तब यही कहा जाता है कि उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वसीम जाफर के बारे में भी कुछ ऐसी ही धारणा थी। वसीम जब रन लेने के लिए दौड़ते थे तब काफी रिलैक्स होकर दौड़ते थे। उनके पास काफी वक्त होता था और सबका यही सोचना था कि वो कड़ी मेहनत नहीं करते, लेकिन सच तो ये था कि वो बहुत ही ज्यादा मेहनत करते थे।
इरफान ने कहा कि इस तरह से रोहित शर्मा को बाहर से देखकर हम सोचते थे कि उन्हें थोड़ी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। पर ऐसा नहीं है वो काफी कड़ी मेहनत करते हैं। रोहित के बारे में पठान ने आगे कहा कि वो हमेशा ही समझदारी के साथ हर चीज के बारे में बात करते ते और इस वजह से ही बल्लेबाज के तौर पर और आइपीएल में मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर काफी सफल हैं।
रोहित के बारे में इरफान ने कहा कि वो हमेशा कड़ी मेहनत के बारे में बात किया करते थे और ये भी कहते थे कि टीम सबसे पहले है और उनकी इस सोच ने उन्हें सफल बल्लेबाज और इतना सफल कप्तान बनाया है। रोहित के नाम पर वनडे में तीन दोहरे शतक, टी20 इंटरनेशल में चार शतक, विश्व कप के एक सीजन में पांच शतक और आइपीएल में कप्तान के तौर पर चार खिताब साबित करते हैं कि वो कितने मेहनती और कमाल के क्रिकेटर हैं।