गौतम गंभीर की कप्तानी के कायल हैं इरफान, बोले- भारत के लिए ज्यादा मैचों में करनी थी कैप्टेंसी
इरफान पठान ने गौतम गंभीर की लीडरशिप क्वालिटी की सराहना करते हुए कहा है कि उनको जितने मैच कप्तानी करने के लिए मिले उससे ज्यादा मैच मिलने चाहिए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर अपने दिनों में टीम के लिए एक बड़े मैच विजेता थे। उन्होंने विश्व कप फाइनल (टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011) में दो शानदार पारियां खेलीं, जिसमें भारत ने ट्रॉफी जीती। हालांकि, बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि गंभीर ने कुछ समय के लिए भारतीय टीम का नेतृत्व भी किया है। गौतम गंभीर ने 6 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की। इन 6 वनडे मैचों में भारत ने सभी को जीता था, जिसकी वजह से पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान को लगता है कि उनको लंबे समय तक भारत का नेतृत्व करना चाहिए था।
गौतम गंभीर के नेतृत्व में भारत ने न्यूजीलैंड को वर्ल्ड कप 2011 से पहले भारत में ही 5-0 से व्हाइटवॉश किया था। उस समय टीम के नियमित कप्तान एमएस धौनी, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को आराम दिया गया था। इसके अलावा उनकी कप्तानी का कौशल इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में भी देखने को मिला, जब उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को 2012 और 2014 में दो खिताब जिताए। साल 2011 के सीजन में गंभीर को आइपीएल में कप्तानी मिली थी।
यही कारण है कि इरफान पठान ने दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर की कप्तानी के गुणों की सराहना करते हुए यह महसूस किया कि उन्हें भारत के लिए कप्तान के रूप में लंबे समय तक खेलना चाहिए था। साथ ही, इरफान ने यह भी साफ किया कि उन्हें सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले काफी पंसद हैं, क्योंकि उन्होंने भारत के कप्तान के रूप में काफी कुछ हासिल किया है। एक क्रिकेट वेबसाइट से बात करते हुए इरफान पठान ने कहा है कि मेरा मानना है कि गौतम गंभीर को भारतीय टीम के लिए ज्यादा मैच बतौर कप्तान खेलने थे।
पठान ने कहा है, "वह वास्तव में एक अच्छे कप्तान हो सकते थे। मैं वास्तव में विराट कोहली और रोहित शर्मा की प्रशंसा करता हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी की प्रशंसा नहीं करता। लोग राहुल द्रविड़ के बारे में ज्यादा बात नहीं करते हैं, क्या वे उन्हें नापसंद करते हैं? उनकी कप्तानी में भारत ने पीछा करते हुए लगातार 16 वनडे जीते थे। एक विजेता कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धौनी की बात होती है, क्योंकि उन्होंने देश को काफी कुछ जिताया है।"