संन्यास के बाद छलका इरफान का दर्द, कहा- 2016 में चयनकर्ताओं के रवैये से समझ गया था, अब वापसी नहीं होगाी
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि 2016 में ही उनको मालूम हो गया था कि अब वो वापसी नहीं कर पाएंगे।
नई दिल्ली जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर में शुमार इरफान पठान ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इरफान ने एक स्पोर्ट्स चैनल पर अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि वो क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि 2016 में ही उनको मालूम हो गया था कि अब वो वापसी नहीं कर पाएंगे।
भारतीय क्रिकेट के सबसे शानदार स्विंग गेंदबाज इरफान पठान ने 4 जनवरी 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया। एक स्पोर्ट्स चैनल पर इरफान ने मीडिया के सामने अपने संन्यास की घोषणा की। भारत के लिए इरफान ने 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेले।
इरफान ने चयनकर्ताओं के प्रति जताई नाराजगी
संन्यास की घोषणा करने के बाद इरफान ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए। जब उनसे सवाल किया गया कि 35 साल की उम्र में संन्सास लेने का फैसला क्यों लिया। उन्होंने जवाब देते हुए कहा, "मुझे बहुत पहले ही इस बात का पता चल गया था कि अब टीम इंडिया में वापसी नहीं हो पाएगी। साल 2016 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मैंने काफी रन बनाए थे और विकेट भी निकाले थे। इसके बाद भी चयनकर्ताओं का जो रुख मेरे प्रति था, उसे देखने के बाद मैं पक्का हो गया था कि अब टीम में जगह नहीं मिलेगी।"
जो भी मिला उसके लिए शुक्रिया
टीम के लिए खेलने को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पिता दिन में 14 घंटे काम करते थे और सिर्फ 500 रुपए कमाते थे। ऐसे मुझे उपरवाले ने जो भी दिया वो बोनस था। मैंने इतना कुछ हासिल करने का सोचा नहीं था इसलिए मैं उपर वाले का शुक्रिया करता हूं, मुझे किसी से कोई भी शिकायत नहीं है।