कुलदीप यादव का छलका दर्द, कहा-खेलने का हकदार हूं, मैच जीतना है लेकिन पता नहीं क्यों मौका नहीं मिलता
बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप ने अंत में कहा कई बार आपको लगता है कि आप खेलने के हकदार हैं टीम के लिए मैच जीत सकते हैं लेकिन आप यह नहीं जानते कि आपको खेलने का मौका क्यों नहीं मिल रहा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम से बाहर चल रहे कुलदीप यादव ने हाल ही में कहा था कि आइपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के लिए भी उन्हें खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला है। कोलकाता के लिए ज्यादातर वक्त वह बेंच पर ही बैठे रहे हैं। टीम ने सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती को प्राथमिकता दी है। इसके पीछे की वजह बताते हुए अब कुलदीप का मानना है कि टीम में संवाद की कमी है और उन्हें कभी भी पता नहीं चला कि वह क्यों केकेआर टीम की अंतिम एकादश में शामिल नहीं हो रहे हैं।
कुलदीप ने कहा, 'भारतीय टीम में जब आपको नहीं चुना जाता है तो आपसे बात की जाती है लेकिन आइपीएल में ऐसा नहीं होता। मुझे याद है कि आइपीएल से पहले मैंने फ्रेंचाइजी से बात की थी लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने के बाद किसी ने मुझे कोई कारण नहीं बताया। मैं थोड़ा हैरान था। मुझे लगा कि उन्हें भरोसा नहीं है। जैसे उन्हें मेरी ताकत पर विश्वास नहीं है। जब टीम के पास बहुत विकल्प हों तो ऐसा होता है। केकेआर के पास अब स्पिन गेंदबाजी के कई विकल्प हैं।'
वहीं कुलदीप ने संवाद की कमी के बारे में आगे कहा, 'अगर कोचों ने आपके साथ पहले काम किया हो और काफी लंबे वक्त से आपके साथ काम कर रहे हों, तो वे आपको बेहतर तरीके से समझते हैं लेकिन जब संवाद कमजोर हो तो इसे समझ पाना बहुत मुश्किल होता है। कई बार आपको यह पता ही नहीं होता कि आप खेल भी रहे हैं या नहीं। या फिर टीम आपसे क्या चाहती है।'
बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप ने अंत में कहा, 'कई बार आपको लगता है कि आप खेलने के हकदार हैं, टीम के लिए मैच जीत सकते हैं लेकिन आप यह नहीं जानते कि आपको खेलने का मौका क्यों नहीं मिल रहा। टीम प्रबंधन दो महीने की योजनाओं के साथ आता है, तो यह काफी मुश्किल हो जाता है।'