R Ashwin ने हरभजन सिंह के बाद अब Ricky Ponting को मनवाई अपनी बात, मैदान के बाहर एक दिग्गज चित
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को यह कहते हुए सुनकर बहुत खुशी हुई कि अगर नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद फेंके जाने से पहले बल्लेबाज क्रीज से बाहर जाता है तो वह एक धोखा है।
सुनील गावस्कर का कॉलम। आर अश्विन के नाम एक और विकेट। इस चालाक ऑफ स्पिनर ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और दिल्ली कैपिटल्स के मौजूदा कोच रिकी पोंटिंग को उस पक्ष में कर लिया है। पोंटिंग इस बात से सहमत हैं कि यदि गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकर छोर का बल्लेबाज क्रीज छोड़ता है तो इस पर पेनाल्टी लगनी चाहिए।
पोंटिंग अश्विन के पूर्ववर्ती और साथी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के शिकार थे, जब वे एक-दूसरे के खिलाफ खेलते थे। अश्विन ने इस बेहतरीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को गेंदबाजी नहीं की होगी, लेकिन यदि कोई पोंटिंग के यूएई पहुंचने से पहले उनके बीच हुई कथित मुश्किल बातचीत की खबरों को माने तो वह यही कहेगा कि अश्विन ने निश्चित रूप से मैदान के बाहर उनका विकेट हासिल कर लिया।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को यह कहते हुए सुनकर बहुत खुशी हुई कि अगर नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद फेंके जाने से पहले बल्लेबाज क्रीज से बाहर जाता है तो वह एक धोखा है। यह उसी तरह की ऑस्ट्रेलियाई सोच है जिसमें हमने देखा कि जब स्टुअर्ट ब्रॉड को पहली स्लिप में कैच पकड़े जाने पर आउट नहीं दिया गया था और तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई कोच ने कहा था कि उन्हें चल देना चाहिए था क्योंकि उनका कैच लपका गया था।
बेशक, अगर कोई बल्लेबाज विकेट कीपर द्वारा पीछे लपका जाता है, तो उसका रुकना समझ में आता है, लेकिन जब वह पहली स्लिप में पकड़ा जाता है तो उसे चल देना चाहिए। इसलिए यदि हल्का किनारा लगता है तो आपको रुक सकते हो, लेकिन यदि मोटा किनारा लगता है तो आपको तुरंत चल देना चाहिए। यह विकृत सोच है कि क्रीज से कुछ इंच बाहर आकर खेलने को खेल भावना से जोड़ा गया, लेकिन यदि आप क्रीज से बाहर आते हो तो यह एक धोखा है।
रनों की पेनाल्टी वाकई में बेहतरीन विचार है क्योंकि तीसरे अंपायर को नो-बॉल के लिए कहा जाता है और साथ ही साथ वह यह भी देख सकते हैं कि नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज ने गेंद फेंके जाने से पहले क्रीज छोड़ी है या नहीं। यह उन सभी के लिए बेहतरीन निवारक की तरह होगा जो विकेटों के बीच दौड़कर इसका फायदा उठाना चाहते हैं। आखिरकार आज अद्भुत टीवी कवरेज के साथ कोई भी देख सकता है कि क्रीज तक पहुंचने या रन आउट होने में मिलीमीटर कितना मायने रखता है।