IPL 2019: अब खुद को साबित करने के लिए बैकअप खिलाडि़यों के लिए सुनहरा मौका: लक्ष्मण
लक्ष्मण ने कहा कि हमने मजबूत बैकअप सुनिश्चित करने के लिए नीलामी में अच्छी योजना बनाई थी।
(वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम) चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों मंगलवार की रात एक गेंद बाकी रहते हुए मिली हार ने निराश किया। इस सत्र में यह दूसरा ऐसा मौका है जब कड़े मुकाबले की समाप्ति के बाद परिणाम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ गया। हम किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ भी एक गेंद शेष रहते हुए हारे थे। इसका एक कारण यह भी है कि हम उचित समय पर खतरनाक होती साझेदारियों को तोड़ नहीं पाए हैं। मोहाली में केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने हमसे मैच छीना और उसके बाद उसी तरह का काम चेन्नई में शेन वॉटसन और सुरेश रैना ने किया।
उप्पल में सीएसके को हराने और उसी मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स को शिकस्त देने के बाद हम अपने मौके को लेकर आश्वस्त होकर चेन्नई आए थे, लेकिन हमारे खिलाफ तीन मैचों में दूसरी बार वॉटसन ने अपनी धमाकेदार पारी से मैच को हमने छीन लिया। पिछले साल के फाइनल में उन्हें भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ कुछ परेशानी हुई थी, लेकिन एक बार शुरुआती दौर की मुश्किलों से पार पाने के बाद उन्होंने गेंदों पर जोरदार प्रहार किया। वॉटसन उन खिलाडि़यों में से एक हैं जो जब लय में होते हैं तो अच्छी गेंदों को भी सीमारेखा के पार पहुंचा देते हैं। हालांकि, यह हमारे लिए कोई सांत्वना नहीं है।
हमारे पास पहले हाफ में अपने प्रदर्शन की वजह से खुश होने का मौका था। डेविड वार्नर ने कड़ी मेहनत करते हुए अर्धशतक लगाया, जबकि वापसी के बाद मनीष पांडे ताजगी और उत्साह से भरे हुए नजर आ रहे थे, जिन्होंने केन विलियमसन की गैरमौजूदगी में शानदार पारी खेली। विलियमसन को दादी के निधन की वजह से न्यूजीलैंड लौटना पड़ा। 175 रन अच्छा स्कोर था, लेकिन डेवी और मनीष ने हमें जो आधार दिया उसके बाद हम कुल स्कोर में 10-15 रन और जोड़ सकते थे।
मुझे लगता है कि मनीष ने सही समय पर फॉर्म में वापसी की, क्योंकि यह वह समय है जब हमें विश्व कप शिविरों की वजह से हमारे अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों को खोना होगा। हमने मजबूत बैकअप सुनिश्चित करने के लिए नीलामी में अच्छी योजना बनाई थी और यह हमारे अनुभवी भारतीय खिलाडि़यों के पास अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का सुनहरा मौका है। जॉनी बेयरस्टो ऐसे पहले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं जो हमें छोड़कर गए। यह देखना आश्चर्यजनक था कि कैसे कितनी जल्दी उन्होंने हमारी टीम की संस्कृति और स्वभाव को अपनाया। जॉनी के लिए यह एक बेहतरीन टूर्नामेंट रहा। उन्हें डेवी के साथ मिलकर एक के बाद एक शतकीय साझेदारी करते हुए देखना सुखद था। जॉनी मैदान के बाहर भी बेहतरीन थे। वह ना सिर्फ अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत की वजह से, बल्कि कई मायनों में एक नेतृत्वकर्ता थे। सनराइजर्स परिवार उन्हें शुभकामनाएं देता है और अगले साल फिर से उनकी वापसी की उम्मीद करता है।