पूर्व कप्तान ने किया खुलासा, बताया पाकिस्तान ने 2017 में कैसे जीती चैंपियंस ट्रॉफी
पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने बताया है कि पाकिस्तान की टीम ने साल 2017 में आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में कैसे खिताबी जीत हासिल की थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान की 2017 की आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में जीत किसी जादू से कम नहीं थी। भारत को फाइनल में हराकर पाकिस्तान ने खिताब जीता था। पाकिस्तान की टीम उस समय आइसीसी की वनडे रैंकिंग में 8वें नंबर पर थी और उसने भारत के खिलाफ टूर्नामेंट का आगाज मैच खेला था, जिसमें टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद टीम में बदलाव के चांस थे और ऐसा ही टीम के तत्कालीन कोच मिकी आर्थर और कप्तान सरफराज अहमद ने किया।
पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन में फखर जमां और तेज गेंदबाज जुनैद खान की वापसी हुई और दोनों ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में दमदार प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाई। इसके बाद श्रीलंका को हराकर पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। इतना ही नहीं, पाकिस्तान की टीम ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को हराया और फिर फाइनल में भारत को भी लगभग एकतरफा मैच में धूल चटाकर दुनिया भर में तहलका मचा दिया, क्योंकि पाकिस्तान ने पहली बार टूर्नामेंट जीता।
भारत के खिलाफ फाइनल में फखर जमां ने दमदार शतक जड़ा था। इसी चैंपियंस ट्रॉफी के पाकिस्तान के अभियान पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पूर्व चीफ सलेक्टर इंजमाम उल हक ने बात की और बताया कि कौन सा टर्निंग प्वाइंट था, जिससे पाकिस्तान जीतता चला गया। इंजमाम ने कहा, "कभी-कभी एक पारी आपको नीचे ले जा सकती है या आपको ऊपर ला सकती है। चैंपियंस ट्रॉफी में फखर जमां ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिर्फ 37 रनों (वास्तव में 31) की पारी खेली, लेकिन जिस आक्रामकता के साथ उन्होंने उस मैच में बल्लेबाजी की, उसने टीम का मनोबल पूरी तरह से बदल दिया।"
पाकिस्तान टीम के उस समय के मुख्य चयनकर्ता इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "फखर की पारी ने सभी को एहसास दिलाया कि वे सामने वाली टीम पर भी हमला कर सकते हैं। टीम ने कभी भी वहां से पीछे नहीं देखा, क्योंकि वे श्रीलंका को हराने के लिए गए थे और फिर हर कोई फॉर्म में लौट आया और हम सभी रास्ते से चले गए।" फाइनल में भारत को हराकर पाकिस्तान ने सभी को चौंका दिया।
इंजमाम ने आगे कहा कि जब उन्होंने पहले मैच में भारतीयों से हारने के बाद भी सरफराज से बात की थी, तब भी उन्होंने यह नहीं कहा था कि पाकिस्तान अंततः खिताब जीतेगा। उन्होंने कहा कि उनकी एकमात्र उम्मीद अगले दो मैच जीतने और कम से कम सेमीफाइनल में पहुंचने की थी। इंजमाम ने कहा कि अगर टीम में जूनियर खिलाड़ी अच्छा खेलते हैं, तो इससे सीनियर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है।