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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा- इस बल्लेबाज को देख ऐसा लगा जैसे सहवाग बाएं हाथ से खेल रहे हैं

Ind vs Eng पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत की तारीफ की है और कहा है कि उनको खेलते देख ऐसा लगता है जैसे वीरेंद्र सहवाग बाएं हाथ से खेल रहा है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 02:44 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 02:44 PM (IST)
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा- इस बल्लेबाज को देख ऐसा लगा जैसे सहवाग बाएं हाथ से खेल रहे हैं
Inzamam Ul Haq ने Rishabh Pant की तारीफ की है (फोटो पीटीआइ)

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई चार मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले के दूसरे दिन रिषभ पंत ने धमाकेदार शतक ठोका। अर्धशतक के लिए भले ही उन्होंने समय लगाया हो, लेकिन 50 रन को शतक में बदलने में उनको देर नहीं लगी। इसी पारी को देखकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा है कि ऐसा लग रहा था कि वीरेंद्र सहवाग बाएं हाथ से बल्लेबाजी कर रहे हैं। इंजमाम ने कहा है कि सहवाग की तरह पंत पर भी कोई दबाव नहीं दिखता है।

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अपने यूट्यूब चैनल पर इंजमाम ने कहा, "रिषभ पंत, बिल्कुल शानदार थे। लंबे समय के बाद, मैंने ऐसा खिलाड़ी देखा है, जिस पर दबाव का कोई असर नहीं दिखता है। यहां तक कि अगर 146 पर छह विकेट गिर जाते हैं फिर भी वह जिस तरह से अपनी पारी शुरू करते हैं, कोई भी नहीं कर सकता। वह अपने स्ट्रोक खेलते हैं, भले ही पिच खराब हो या फिर दूसरी टीम ने कितने ही रन बनाए हों। वह स्पिनरों के साथ-साथ तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी उतने ही अच्छे हैं। मैं उसे देखने का पूरा आनंद लेता हूं। यह सहवाग को बाएं हाथ से खेलते हुए देखने जैसा है।"

इंजमाम, जो पाकिस्तान टीम के कप्तान थे, जब सहवाग 2004 में पाकिस्तान के दौरे पर अपने चरम पर थे। पाकिस्तान के उसी दौरे पर मुल्तान में विस्फोटक भारतीय बल्लेबाज सहवाग ने 309 रनों की यादगार पारी खेली थी। पंत और सहवाग के बीच समानता की ओर इशारा करते हुए बताया कि दोनों बल्लेबाज बल्लेबाजी करते समय किसी भी कारक को नहीं मानते हैं कि पिच कैसी है, गेंदबाज कैसा या स्थिति कैसी है?

इंजमाम ने कहा, "मैंने सहवाग के साथ खेला है और वह भी अन्य कारकों के बारे में परेशान नहीं हुए। जब वह बल्लेबाजी करते थे, तो यह उनके लिए कोई मायने नहीं रखता था कि पिच कैसा व्यवहार करती है या प्रतिद्वंद्वी ने किस तरह की गेंदबाजी की है। उसे सिर्फ अपने स्ट्रोक खेलने होते थे, भले ही फील्डर सीमा पर थे। सहवाग के बाद मैंने ऐसा खिलाड़ी रिषभ पंत में देखा है, जिसके लिए कुछ मायने नहीं रखता।"


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