भारतीय विकेटकीपर घर में ही कर रहे हैं कैचिंग प्रैक्टिस, साथ दे रहे हैं उनके पापा
भारतीय विकेटकीपर ने कहा कि वो अपने घर पर ही अभ्यास कर रहे हैं जिससे की उनकी हाथों और आंखों का सामंजस्य बना रहे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोविड 19 महामारी की वजह से भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ मैदान पर अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन ये खिलाड़ी अपने-अपने स्तर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। यही नहीं खिलाड़ी सिमित संसाधनों में ही खुद को फिट रखने का भी प्रयास कर रहे हैं। भारतीय टेस्ट टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा भी इन्हीं खिलाड़ियों में से हैं और वो अपने पापा के साथ प्रैक्टिस कर रहे हैं। उनके पिता प्रशांत उनकी प्रैक्टिस में मदद कर रहे हैं।
रिद्धिमान साहा प्रशांत साउथ सिटी के अपने अपार्टमेंट में ही अभ्यास कर रहे हैं और इसमें उनके पिता उनका पूरा साथ दे रहे हैं जिससे कि उनके हाथ और आखों का तालमेल बना रहे। रिद्धिमान साहा ने कहा कि अपार्टमेंट के अंदर जितना भी ड्रिल संभव है मैं वो कर रहा हूं। मैं इसमें हाथों और आंखों के सामंजस्य वाली ड्रिल करता हूं जो विकेटकीपर्स के लिए सबसे जरूरी होता है।
उन्होंने कहा कि वो कभी-कभी दीवार पर सॉफ्टबॉल मारते हैं और फिर गेंद को कैच करते हैं जिससे कि क्रिकेट खेलने का अहसास बना रहे। साहा ने बताया कि कभी-कभी मेरे पिता भी फ्लैट के अंदर मेरी मदद करते हैं। क्या फ्लैट के अंदर कूदने और कैच का अभ्यास करने के लिए पर्याप्त जगह है। साहा भाग्यशाली हैं कि उनके घर में ऐसा है। साहा ने कहा कि हां, मैं दोनों तरफ मूव कर सकता हूं और कैच पकड़ सकता हूं। यह पूछने पर कि क्या यह ब्रेक कंधे की सर्जरी के कारण 2018-2019 के ब्रेक की तरह है, साहा ने कहा कि यह उस समय से बेहतर है।
भारतीय क्रिकेट टीम के स्ट्रैंथ एवं अनुकूलन कोच निक वेब ने सभी खिलाड़ियों के लिए निजी ट्रेनिंग कार्यक्रम तैयार किया है। साहा ने कहा कि उनके पास कुछ उपकरण हैं लेकिन अपार्टमेंट के अंदर परिवार की मौजूदगी में नियमित तौर पर एक्सरसाइज करना संभव नहीं हो पाता है। भारत को अगली टेस्ट सीरीज दिसंबर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलनी है और साहा की नजरें इससे पहले घरेलू क्रिकेट या आइपीएल में खेलने पर टिकी हैं।
उन्होंने कहा कि अगर मुझे मैच खेलने को मिलते हैं तो यह अच्छा रहेगा लेकिन यह सब कुछ उस समय की स्थिति पर निर्भर करेगा। आपको अब भी नहीं पता कि इस समय यात्रा करना सुरक्षित है या नहीं। मुझे ऐसा लगता है कि नेशनल कैंप शुरू करने से पहले हर पहलूओं को ध्यान में जरूर रखा जाएगा।