भारतीय गेंदबाज दीपक चाहर ने कहा- लार पर बैन से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता
दीपक चाहर ने कहा कि सफेद गेंद वैसे भी दो-तीन ओवर ही स्विंग करता है ऐसे में लार पर बैन से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोविड 19 महामारी की वजह से आइसीसी ने क्रिकेट के नियमों में बदलाव कर दिए हैं और अब सभी देशों को बदले हुए नियम के साथ क्रिकेट खेलनी है। इन नियमों में एक नियम ये भी है कि अब गेंदबाज गेंद पर थूक या लार का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। सलाइवा का इस्तेमाल करने की सूरत में टीम को 5 रन की पेनल्टी देनी होगी। इन सब बातों को बीच भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने कहा है कि सिमित ओवर के प्रारूप में गेंद को चमकाना कोई बड़ा मुद्दा नहीं रहेगा।
दीपक चाहर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर कहा कि सलाइवा का इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगने से कोई ज्यादा फर्क पड़ेगा क्योंकि सफेद गेंद सिर्फ दो ओवर ही स्विंग होती है। अगर टी20 फॉर्मेट की बात की जाए तो इसमें विकेट सिर्फ 2-3 ओवर तक के लिए ही अच्छी रहती है और गेंद ज्यादा से ज्यादा तीन ओवर तक ही स्विंग होती है ऐसे में गेंद को चमकाने की जरूरत खत्म हो जाती है। आपको बता दें कि कोविड 19 महामारी के बीच इंग्लैंड व वेस्टइंडीज की टीम अगले महीने से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी और इस सीरीज को नए नियमों के तहत खेला जाएगा।
आइसीसी ने नए नियमों के तरह सलाइवा का इस्तेमाल तो नहीं किया जाएगा साथ ही साथ अगर कोई खिलाड़ी कोरोना से ग्रसित हो जाता है तो उसके लिए विकल्प का इस्तेमाल करने का भी नया नियम बनाया गया है। वहीं इस वक्त सारे मैच खाली स्टेडियम में खेले जाएंगे और टेस्ट मैचों में घरेलू अंपायरों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की भी बात कही गई है। जहां तक सलाइवा के इस्तेमाल पर रोक की बात है तो इस पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि इस पर रोक से बाद गेंदबाज रोबोट की तरह हो जाएंगे।