ब्रिसबेन टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में नहीं शामिल करने पर कुलदीप यादव ने 12 दिन बाद दी प्रतिक्रिया
हम ब्रिसबेन पहुंचे तो मुझे लगा था कि इस मैच में शायद मुझे खेलने का मौका मिल सकता है लेकिन विकेट को देखने के बाद जो कि थोड़ी सी हरी थी फैसला लिया गया कि चार तेज गेंदबाजों के साथ टीम उतरेगी। यह एक सही फैसला था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर कुलदीप यादव को ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में वॉशिंग्टन सुंदर को डेब्यू करने का मौका मिला लेकिन कुलदीप प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इस फैसले पर अपनी बात कही है और अब कुलदीप ने भी कप्तान का फैसला सही बताया।
भारत ने ब्रिसबेन टेस्ट में दूसरी पारी में 329 रन के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल किया था। टेस्ट सीरीज में भारत ने 2-1 से जीत दर्ज कर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद स्पिनर कुलदीप के आखिरी टेस्ट में खेलने की उम्मीद थी लेकिन उनकी जगह सुंदर को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई।
कुलदीप ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "खुद को आपको इस तरह से ही तैयार करना होता है ताकी जब कभी भी आपके सामने ऐसी कोई मौका आता है तो उस चुनौती के लिए तैयार रहें। मैं तो आखिरी टेस्ट मैच से पहले तक तैयार था। हां, चोटिल खिलाड़ी की परेशानी आखिरी टेस्ट मैच में थी हमारे सामने और हमें इस बात का पता भी था पूरी सीरीज में उपलब्ध नहीं रह पाएंगे। इसके बाद भी हमने अपनी योजना पर कायम रखने का फैसला लिया।"
"हमने चोट के बारे में सोचने की जगह इस बात पर चर्चा की थी कि फील्ड की सेटिंग कैसी होगी और हमारी रणनीति क्या रहने वाली है। मैंने अपना लक्ष्य निर्धारित कर रखा था। जब हम ब्रिसबेन पहुंचे तो मुझे लगा था कि इस मैच में शायद मुझे खेलने का मौका मिल सकता है लेकिन विकेट को देखने के बाद जो कि थोड़ी सी हरी थी फैसला लिया गया कि चार तेज गेंदबाजों के साथ टीम उतरेगी। यह एक सही फैसला था।"