कंगारू टीम के पूर्व कप्तान की टीम इंडिया को सलाह, ऐसा किया तो ऑस्ट्रेलिया में जीतोगे सीरीज
चैपल ने इंग्लैंड के दौरे पर टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने को मौका गंवाना बताया।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बेहद मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का सामना करने से पहले भारत को अपनी बल्लेबाजी की कमजोरियों को दूर करना होगा। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में सीरीज गंवाने के बाद विराट कोहली की अगुआई वाली टीम की नजरें ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने पर टिकी हैं। चैपल ने एक कॉलम में लिखा, 'भारतीय टीम अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित सीरीज में अपनी प्रतिष्ठिता में सुधार करने उतरेगी लेकिन बल्लेबाजी की विसंगतियों पर ध्यान देना होगा।
निलंबन के कारण दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बाहर होने के कारण ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पर सवाल उठाए जा सकते हैं लेकिन उनका गेंदबाजी आक्रमण बेहद मजबूत है।' भारत को तीन टी-20, तीन वनडे और चार टेस्ट मैचों के लिए 21 नवंबर से 18 जनवरी के बीच ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है।चैपल ने कहा, 'अगर मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और नाथन लियोन फिट रहते हैं तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए समय चुनौतीपूर्ण होगा।
इंग्लैंड में हवा में और सीम से मिल रही मूवमेंट से विराट कोहली के अलावा अन्य बल्लेबाजों के लिए नियमित रूप से परेशानी खड़ी हुई लेकिन ऑस्ट्रेलिया में अतिरिक्त उछाल परेशानी पैदा करेगा।'भारत को 2014-15 के अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट की सीरीज में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
चैपल ने कहा, 'आत्मविश्वास से भरे रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए आदर्श खिलाड़ी होंगे। उसके शॉट अतिरिक्त उछाल से निपटने के लिए सही हैं लेकिन यह दुख की बात है कि वह कभी टेस्ट क्रिकेट में उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाया। दौरे के लिए उसे चुनना जुआ होगा।
चैपल ने इंग्लैंड के दौरे पर टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने को मौका गंवाना बताया। उन्होंने लिखा, 'भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ उनके घर में टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका गंवा दिया। लॉर्ड्स के बाद उन्होंने सीरीज में कड़ी चुनौती दी लेकिन टीम इससे ज्यादा अच्छा नहीं कर पाई।
बल्लेबाजों ने निराश किया और खासकर जब वे स्पिन खेलने के अच्छे कहे जाते हैं। वह मोइन अली के सामने फेल हुए। चेतेश्वर पुजारा को छोड़कर अन्य बल्लेबाजों ने अली के खिलाफ क्रीज से बाहर आकर खेलने का साहस नहीं दिखाया। तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत सीरीज नहीं जीत पाया।