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जानिए, उमेश यादव को 'दुर्भाग्यशाली’ क्यों बोल गए भारतीय गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण

भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच दूसरा टेस्ट मैच 12 अक्टूबर से हैदराबाद में खेल जाना है।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 10 Oct 2018 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 11 Oct 2018 11:03 AM (IST)
जानिए, उमेश यादव को 'दुर्भाग्यशाली’ क्यों बोल गए भारतीय गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण
जानिए, उमेश यादव को 'दुर्भाग्यशाली’ क्यों बोल गए भारतीय गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण

हैदराबाद, जेएनएन। भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण के अनुसार सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ‘असाधारण प्रतिभा’ हैं जिनके साथ बरकरार रहने की जरूरत है लेकिन एक बार विफलता के बाद बार-बार टीम से बाहर कर दिए जाने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव ‘दुर्भाग्यशाली’ खिलाड़ी हैं।

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पिछली 16 टेस्ट पारियों में 14 विफलताओं के बावजूद राहुल को आस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट श्रृंखला को देखते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में एक और मौका मिल सकता है जबकि जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा के लौटने पर उमेश को बाहर होना पड़ सकता है।

दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में उमेश के एक-एक टेस्ट के संदर्भ में अरुण ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यशाली है कि उमेश को दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में अधिक खेलने का मौका नहीं मिला। इसका कारण यह है कि जो गेंदबाज खेले उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।’

उमेश ने हालांकि इन दो दौरों से पहले भारतीय सरजमीं पर विकेटों के मददगार नहीं होने के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया था।

अरुण ने कहा, ‘हम उमेश को ऐसे गेंदबाज के रूप में देखते हैं जो तेज गति से गेंद कर सकता है। हमारे पास गेंदबाजों को रोटेट करने की प्रणाली भी है जिससे कि वे तरोताजा रहें और उमेश इसका हिस्सा हैं।’

राहुल के लगातार कम स्कोर के बारे में पूछने पर कोच ने संकेत दिए कि उन्हें लंबी रेस के घोड़े के तौर पर देखा जा रहा है। अरुण ने कहा, ‘तकनीकी कमजोरी जैसा कि आप लोग समझते हैं, मुझे इसके बारे में नहीं पता लेकिन रवि शास्त्री और संजय बांगड़ ने उससे बात की है।’

उन्होंने कहा, ‘एक कोच के रूप में मुझे लगता है कि राहुल असाधारण खिलाड़ी है जिसमें असाधारण प्रतिभा है जिसके साथ बरकरार रहना चाहिए। (राहुल के रूप में) हमारे पास भविष्य के लिए बेहतरीन बल्लेबाज है।’

अरुण ने कहा कि टीम प्रयोग करने के बारे में नहीं सोच रही। उन्होंने कहा, ‘यह प्रयोग करने का सवाल नहीं है लेकिन हम जिस स्थिति में हैं उसे हमें मजबूत करना चाहिए। हम मैदान पर सर्वश्रेष्ठ टीम उतारना पसंद करेंगे और मेरा मानना है कि 16 खिलाड़ियों में से कोई भी खेल सकता है।’

अरुण ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में पदार्पण करते हुए शतक जड़ने वाले पृथ्वी शॉ की तारीफ की और कहा कि सर्वश्रेष्ठ चीज ये है कि टीम प्रत्येक मैच में नई प्रतिभा के साथ उतर रही है।

भारतीय गेंदबाजी कोच ने कहा, ‘हम जो भी टेस्ट मैच खेल रहे हैं उसमें हम नए खिलाड़ियों के साथ उतर पा रहे हैं। जैसा कि पिछले मैच में पृथ्वी शॉ। रन से अधिक उसका पहला टेस्ट मैच खेलते हुए जिस तरह का जज्बा और धैर्य दिखाया वह शानदार रहा।’ 

स्थानीय खिलाड़ी मोहम्मद सिराज के पदार्पण को लेकर चर्चा चल रही है लेकिन अरुण ने कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई। अरुण ने हालांकि सिराज को तेजी से सीखने वाला खिलाड़ी करार दिया जिसे उन्होंने तब से निखारा जब वह है हैदराबाद की रणजी टीम के कोच थे। इस बीच कप्तान विराट कोहली ने अभ्यास सत्र में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि यह वैकल्पिक था।

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