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Ind vs Aus: भारत ने मेलबर्न में जीत हासिल कर टेस्ट सीरीज में जीत की उम्मीद जगाई

एडिलेड में पहला टेस्ट मैच हारने और नियमित कप्तान विराट कोहली के स्वदेश वापस लौटने के बावजूद भारतीय टीम ने मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) में जीत ही नहीं हासिल की बल्कि ऐसी लकीर खींची है जिससे अब उसके ऑस्ट्रेलिया में दूसरी टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मीद भी जग गई है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 08:41 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 08:41 PM (IST)
Ind vs Aus: भारत ने मेलबर्न में जीत हासिल कर टेस्ट सीरीज में जीत की उम्मीद जगाई
भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी जश्न मनाते हुए (एपी फोटो)

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। क्या आपको रिकी पोंटिंग, मार्क वा, शेन वार्न, माइकल वॉन और माइकल क्लार्क के बयान याद हैं..नहीं तो चलो मैं याद दिला देता हूं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने इस मैच से पहले कहा था कि एडिलेड टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय टीम का सीरीज से सूपड़ा साफ हो सकता है।

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पूर्व इंग्लिश कप्तान वॉन ने तो सीरीज शुरू होने से पहले ही कह दिया था कि अगर भारत पहला मैच हारता है और विराट कोहली वापस स्वदेश लौट जाते हैं तो यह टीम 0-4 से हारेगी। वार्न और वॉ को तो अजिंक्य रहाणे की टीम से वापसी की कोई उम्मीद नहीं थी जबकि क्लार्क बड़बोलापन दिखाते हुए बोले थे कि अगर भारतीय टीम विराट के बिना ऑस्ट्रेलिया को हरा देती है तो वह पूरे साल इसका जश्न मनाएगी। ये बयान और मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर आया रिजल्ट सबके सामने है।

एडिलेड में पहला टेस्ट मैच हारने और नियमित कप्तान विराट कोहली के स्वदेश वापस लौटने के बावजूद भारतीय टीम ने मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) में जीत ही नहीं हासिल की बल्कि ऐसी लकीर खींची है जिससे अब उसके ऑस्ट्रेलिया में दूसरी टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मीद भी जग गई है। भारत को तीसरा टेस्ट सात जनवरी से सिडनी में खेलना है।

भारत का प्रभुत्व : एमसीजी में दूसरे टेस्ट में कोई भी समय ऐसा नहीं रहा जब भारत के हाथ से मुकाबला फिसलता दिखाई दिया हुआ। भारत ने पहले मेजबान टीम को 195 रनों पर ऑलआउट की और बाद में अपनी पहली पारी में 326 रन बनाकर 131 रनों की बढ़त ली। भारतीय गेंदबाजों ने चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 200 रनों पर समेट दी जिससे उसे 70 रनों का लक्ष्य मिला।

भारतीय बल्लेबाजों ने दो विकेट गंवाकर 15.5 ओवरों में ही उसे हासिल कर लिया। शुभमन गिल ने नाबाद 35 और कप्तान अजिंक्य रहाणे ने नाबाद 27 रन बनाए। मयंक अग्रवाल (5) और चेतेश्वर पुजारा (3) बड़ी पारी नहीं खेल सके। गिल ने 36 गेंदों का सामना कर सात चौके लगाए जबकि 19 के कुल योग पर मिशेल स्टार्क के हाथों जीवनदान पाने वाले रहाणे ने 40 गेदों पर तीन चौके लगाए। पहली पारी में 112 रन बनाने के अलावा शानदार कप्तानी करने वाले रहाणे को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

बुमराह-सिराज की बेहतरीन गेंदबाजी : इससे पहले, भारतीय गेंदबाजों ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 200 रनों पर समेट दी। मेजबान टीम ने चौथे दिन 37.1 ओवरों का सामना करते हुए 67 रन बनाए। मेजबान टीम ने तीसरे दिन के स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 133 रन से आगे खेलना शुरू किया। ग्रीन और कमिंस ने शानदार खेल दिखाते हुए चौथे दिन सुबह का शुरुआती एक घंटा निकाल गिया। कप्तान रहाणे ने जब नई गेंद ली तब जाकर यह जोड़ी टूटी। बुमराह ने एक छोटी गेंद पर कमिंस को कैच कराके भारत को सफलता दिलाई।

कमिंस ने 103 गेंदों का सामना करते हुए एक चौके की मदद से 22 रन बनाए। कमिंस और ग्रीन ने सातवें विकेट के लिए 213 गेंदों पर 57 रनों की साझेदारी की। दूसरी ओर, ग्रीन अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन 177 के कुल योग पर वह मुहम्मद सिराज की गेंद पर रवींद्र जडेजा को एक आसान कैच दे बैठे। अपनी बेहतरीन पारी में ग्रीन ने 146 गेंदों का सामना करते हए पांच चौके लगाए। ग्रीन ने मिशेल स्टार्क (नाबाद 14) के साथ आठवें विकेट के लिए 49 गेंदों पर 23 रन जोड़े। नथान लियोन (3) का विकेट भी सिराज ने ही लिया। लायन 185 के कल योग पर आउट हुए। इसके बाद स्टार्क और हेजलवुड ने 15 रन जोड़े।

अश्विन के 375 टेस्ट विकेट : लंच के पहले अंतिम ओवर की पहली ही गेंद पर अश्विन ने हेजलवुड को बोल्ड कर दिया। यह अश्विन का 375वां टेस्ट विकेट था। भारत की ओर से सिराज ने तीन सफलता हासिल की जबकि बुमराह, अश्विन और जडेजा ने दो-दो विकेट लिए। उमेश को एक सफलता मिली।

नंबर गेम-

-04 टेस्ट भारत ने अब तक एमसीजी में जीते हैं। यह विदेश में भारत के लिए सबसे सफल मैदान बन गया है। इससे पहले भारत ने यहां 1977, 1981 और 2018 में टेस्ट जीते। भारत ने विदेश में पोर्ट ऑफ स्पेन, किंगस्टन और एसएससी कोलंबो में तीन-तीन टेस्ट जीते हैं। 

-192 बार टेस्ट क्रिकेट में बायें हाथ के बल्लेबाज को आउट करने का विश्व रिकॉर्ड अश्विन ने अपने नाम कर लिया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मुथैया मुरलीधरन (191) के नाम था। 

-50 मैच तीनों प्रारूपों में खेलने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने जडेजा। उनके अलावा यह रिकॉर्ड कोहली और धौनी के नाम है। 

जीत के बाद दिग्गजों ने दिए ऐसे बयान

इस जीत से काफी सकारात्मक चीजें मिली। रहाणे ने शानदार तरीके से टीम का नेतृत्व किया, गेंदबाज कठोर थे, लेकिन सबसे सकारात्मक चीज दो पदार्पण करने वाले खिलाडि़यों का प्रदर्शन। दोनों ही खिलाडि़यों ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया और बड़े मौके से सहमे नहीं। भारतीय टीम की मजबूती उनकी बेंच स्ट्रेंथ ही है।

वीवीएस लक्ष्मण, पूर्व भारतीय बल्लेबाज

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बधाई भारतीय टीम, सीरीज बराबर करने के लिए क्या शानदार जीत दर्ज की है। हर तरीके से ऐतिहासिक। रहाणे, जडेजा, अश्विन, शुभमन, जसप्रीत, सिराज बेहद शानदार खेले।

जय शाह, सचिव बीसीसीआइ

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क्या शानदार जीत है। पूरी टीम का शानदार प्रदर्शन। लड़कों के लिए बहुत खुश हूं, खासकर रहाणे के लिए जिन्होंने टीम को शानदार जीत दिलाई।

विराट कोहली, भारतीय टीम के नियमित कप्तान

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शानदार जीत टीम इंडिया की एमसीजी पर। पूरे मैच में खिलाड़ियों ने जिस तरह का धैर्य और व्यक्तित्व दिखाया उसे देखना सच में लाजवाब था।

रोहित शर्मा, भारतीय बल्लेबाज

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सभी बाधाओं पर काबू पा लिया। एमसीजी पर टीम ने गजब की मजबूती दिखाई। सभी प्रशंसकों का समर्थन करने के लिए धन्यवाद।

शुभमन गिल, भारतीय बल्लेबाज


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