ICC Womens T20 WC 2020: हरमनप्रीत कौर ने फाइनल मैच देखने के लिए मां को बुलाया ऑस्ट्रेलिया
Harmanpreet Kaur called mother to watch final match in Australia कप्तान हरमनप्रीत कौर अपने बर्थडे वाले दिन फाइनल मैच खेलेंगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की मां सतविंदर कौर पहली बार आठ मार्च को मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम में बैठकर बेटी को क्रिकेट खेलते देखेंगी। हरमनप्रीत ने टी-20 विश्व कप के फाइनल में जीत का गवाह बनाने के लिए मां को ऑस्ट्रेलिया बुलाया है। पूरा परिवार मोगा से बेटी का उत्साह बढ़ाने ऑस्ट्रेलिया पहुंच गया है। यह दिन परिवार के इसलिए भी खास है, क्योंकि उसी दिन हरमनप्रीत का जन्मदिन भी है और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी। हरमन के पास इस दिन मां को टी-20 विश्व विजेता की ट्रॉफी का तोहफा देने का अवसर रहेगा। हरमन के परिवार के साथ क्रिकेट में उनके पहले कोच यादविंदर सिंह सोढ़ी भी सिडनी में उनका उत्साह बढ़ाएंगे।
हरमनप्रीत बेहद साधारण परिवार से संबंध रखती हैं। उनकी मां ने अब तक हरमनप्रीत को सिर्फ टीवी पर ही खेलते देखा है। मां के लिए यह बड़ा भावुक पल है जब वह पहली बार टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची भारतीय टीम की कप्तान के रूप में बेटी को उसके जन्मदिन पर खेलते देखेंगी। मां का आशीष यही होगा कि बेटी विश्व कप जीतकर देश का गौरव बढ़ाए।
स्कूल के दिनों में लड़कों के साथ खेलती थी हरमन :
हरमन स्कूल के दिनों में गुरु नानक कॉलेज के मैदान में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी। एक दिन सुबह सैर करते हुए ज्ञान ज्योति स्कूल एवं ज्ञान ज्योति क्रिकेट एकेडमी के संचालक कमलधीश सोढ़ी ने हरमन को लड़कों की गेंदों पर चौके-छक्के लगाते देखा। इसके बाद वह हरमन के पिता हरमिंदर सिंह भुल्लर से मिले और बेटी को शिक्षा व खेल के लिए गोद मांग लिया।
हमेशा जीत के लिए मैदान में उतरती है हरमन : सोढ़ी
एकेडमी में सोढ़ी के बेटे कोच यादविंदर सिंह सोढ़ी ने हरमन को क्रिकेट की बारीकियां सिखाई। इसके बाद हरमन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2017 में अर्जुन पुरस्कार हासिल करने वाली हरमन टी-20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला हैं। कमलधीश सोढ़ी बताते हैं कि हरमन मैदान में जीत के लिए जाती है। हार जैसी नकारात्मक सोच उसके मन को भी नहीं छू पाती है। हरमन का यही जज्जा उसे सबसे अलग रखता है। हरमन इस बार कुछ कर दिखाने के मूड में है। सेमीफाइनल में पहुंचते ही उसने अपने माता-पिता के साथ कोच याद¨वदर को ऑस्ट्रेलिया बुला लिया। हरमन चाहती है कि विश्व कप विजेता बनने के ऐतिहासिक पल के समय परिवार उनके साथ रहे। पूरा देश भी यही दुआ कर रहा है।