फ्लॉयड की मौत पर ICC ने तोड़ी चुप्पी, कहा- विविधता के बिना क्रिकेट कुछ भी नहीं
आइसीसी ने ट्विटर पर भेजे गए संदेश में कहा कि विविधता के बिना क्रिकेट कुछ भी नहीं है। विविधता के बिना असली तस्वीर आपके सामने नहीं आती।
दुबई, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने अमेरिका में अफ्रीकी मूल के जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि क्रिकेट विविधता के बिना कुछ भी नहीं है। उन्होंने यह बयान अमेरिका में फ्लॉयड की मौत के बाद वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बने नस्लवाद के संबंध में दिया है।
आइसीसी ने शुक्रवार को 90 सेकेंड की एक वीडियो क्लिप पोस्ट की जो इंग्लैंड की 2019 विश्व कप में जीत के आखिरी क्षणों से जुड़ी है। इसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ बारबाडोस में जन्में जोफ्रा आर्चर सुपर ओवर कर रहे हैं। आइसीसी ने ट्विटर पर भेजे गए संदेश में कहा कि विविधता के बिना क्रिकेट कुछ भी नहीं है। विविधता के बिना असली तस्वीर आपके सामने नहीं आती।
इंग्लैंड की टीम ने जब वनडे विश्व कप जीता तो उसका कप्तान आयरिश (इयोन मोर्गन) था। उसकी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन न्यूजीलैंड में जन्में ऑलराउंडर (बेन स्टोक्स) ने किया। उसके स्पिनर (मोइन अली और आदिल राशिद) पाकिस्तानी मूल के थे और उसका एक सलामी बल्लेबाज (जेसन रॉय) दक्षिण अफ्रीकी मूल का था। आइसीसी ने कहा कि क्रिकेट जैसे खेल में नस्लवाल की कोई जगह नहीं है।
Without diversity, cricket is nothing.
Without diversity, you don't get the full picture. pic.twitter.com/kHfELJIJbt— ICC (@ICC) June 5, 2020
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले नस्लवाद पर वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल ने भी अपनी राय दी थी और कहा था कि किसी भी खेल या देश के लिए ये सही नहीं है। वहीं वेस्टइंडीज के ही टी20 विश्व कप विजेता कप्तान डेेरेन सैमी ने भी इसके खिलाफ आवाज उठाई थी और आइसीसी से इसके खिलाफ यानी नस्लवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की बात भी कही थी। सैमी ने कहा था कि अगर क्रिकेट जगत नस्लवाद के खिलाफ खड़ा नहीं होगा तो उसे भी इस समस्या का हिस्सा माना जाएगा। नस्लवाद के खिलाफ अन्य खेलों से जुड़े दिग्गज भी सामने आए और अपना विरोध प्रकट किया।