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आप भी जानिए क्यों युजवेंद्र चहल की इतनी पिटाई कर दी द. अफ्रीकी बल्लेबाज क्लासेन ने

क्लासेन ने बताया कि उन्होंने क्यों चहल को इतनी आसानी से खेला।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 22 Feb 2018 06:30 PM (IST)Updated: Thu, 22 Feb 2018 06:30 PM (IST)
आप भी जानिए क्यों युजवेंद्र चहल की इतनी पिटाई कर दी द. अफ्रीकी बल्लेबाज क्लासेन ने
आप भी जानिए क्यों युजवेंद्र चहल की इतनी पिटाई कर दी द. अफ्रीकी बल्लेबाज क्लासेन ने

सेंचुरियन, पीटीआई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच के बाद सबसे ज्यादा चर्चा अगर किसी खिलाड़ी की हो रही है तो वो हैं युजवेंद्र चहल। अब तक चहल प्रोटियाज बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द बने हुए थे लेकिन इस मैच में हेनरिक क्लासेन ने उनकी एक नहीं चलने दी और उनकी जमकर पिटाई की। बारिश से प्रभावित इस मैच में क्लासेने ने 30 गेंदों पर तूफानी 69 रन की पारी खेली और उनकी टीम को 6 विकेट से जीत मिली। 

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क्लासेन ने सेंचुरियन में पारी के 13 वें ओवर में 23 रन बनाए और ये ओवर चहल ने फेंका था। इस ओवर ने मैच का रुख ही पलट दिया। भारतीय रिस्ट स्पिनर्स चहल और कुलदीप द. अफ्रीका के खिलाफ पूरी सीरीज में खूब सफल रहे लेकिन इस मैच में चहल को क्लासेन ने अपनी क्लास के जरिए सन्न कर दिया। चहल ने 4 ओवर में 64 रन लुटाए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। वो भारत की तरफ से टी20 मैचों में अपने स्पेल में सबसे ज्यादा रन देने वाले गेंदबाज बन गए। आखिरकार क्लासेन ने चहल को इतनी आसानी से क्यों खेला इसके बारे में उन्होंने खुद बताया। 

क्लासेन ने कहा कि वो लेग स्पिन के खिलाफ खेलना काफी पसंद पसंद करते हैं। चहल के बारे में क्लासेन ने कहा कि मैं चहल को काफी पसंद करता हूं। जब मैं शौकिया क्रिकेट में था और अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी तब वहां दो काफी बेहतरीन लेग स्पिनर्स थे। मैं अपनी घरेलू टीम टाइटन्स की तरफ से खेलते हुए लेग स्पिनर शॉन वोन बर्ग को भी खेला है। हम हमेशा मजाक करते थे कि मुझे एक लेग स्पिनर की करियर खत्म करने की जरूरत है जिससे कि मैं आगे जा सकूं। कभी-कभी ये काम कर जाता है। ये काफी अच्छा होता है कि आप जहां गेंद को मारना चाहते हैं मार रहे हों। इस मैच में ऐसा ही हुआ। मैं काफी खुश हूं और मैंने रन को जितना हो सकता था चेज करने की कोशिश की। मैंने चहल की गेंद पर अटैक किया और ऐसा पहले से कुछ प्लान नहीं था हालांकि भारतीय तेज गेंदबाजों ने जिस तरह से गेंदबाजी की और कटर का इस्तेमाल किया वो शानदार था। मैंने लेग स्पिनर के खिलाफ ज्यादा चांस लिए क्योंकि मेरे पास उनके खिलाफ ज्यादा विकल्प था। 

क्लासेन ने बताया कि जब 13वें ओवर की पहली गेंद पर मैंने दो चौके लगा दिए तब मैंने सोचा कि ये वही ओवर है जिसमें मैं अपना टारगेट पूरा कर सकता हूं और 20 रन बना सकता हूं। आखिरी टी 20 मैच के बारे में उन्होंने कहा कि हो सकता है ये मेरा आखिरी मैच हो लेकिन मैं खुश हूं कि मेरा सपना पूरा हो गया। 

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