किसान आंदोलन के समर्थन में आए हरभजन सिंह, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मोंटी पनेसर ने भी किया समर्थन
भारतीय के अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह ने किसानों को अपना समर्थन देते हुए उनके लिए सोशल मीडिया पर आवाज उठाई है। पंजाब की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलकर भारतीय टीम तक का सफर तय करने वाले इस गेंदबाज ने कहा कि किसान अन्नदाता है और उनको वक्त दिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत में इस वक्त किसान आंदोलन को लेकर काफी बातें की जा रही है। देश के किसान केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे। भारतीय के अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह ने किसानों को अपना समर्थन देते हुए उनके लिए सोशल मीडिया पर आवाज उठाई है। पंजाब की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलकर भारतीय टीम तक का सफर तय करने वाले इस गेंदबाज ने कहा कि किसान अन्नदाता है और उनको वक्त दिया जाना चाहिए।
दरअसर भारत सरकार ने किसानों को लेकर तीन नए कृषि कानूनों बनाए हैं जिसके खिलाफ पंजाब-हरियाणा में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अपने प्रदर्शन को जताने के लिए किसान काफी संख्या में दिल्ली में जमा हो रहे हैं। दिल्ली में आने की अनुमति नहीं मिलने के बाद किसान और किसान संगठनों के लोगों ने एक अलग रास्ता अपनाया। सभी ने अब बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में जमा होने का फैसला लिया हैं।
किसान हमारा अन्नदाता है । हम को अन्नदाता को थोड़ा समय देना चाहिए । क्या यह वाजिब नहीं होगा. बिना पुलिस भिड़ंत के क्या हम उनकी बात नहीं सुन सकते. कृपया किसान की भी सुनिए 🙏 जय हिंद 🙏🙏— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) November 27, 2020
आंदोलन को खत्म करने के लिए जिस तरह से आंसू गैस का धुआं और पानी की बौछारें की गई उसने हर किसी को परेशान किया। दिल्ली में किसान आंदोलन को दबाने के लिए उठाए गए कदम पर लोग सवाल उठा रहे हैं। इससे जुड़ी कई तस्वीरें सामने आई है।
हरभजन सिंह ने सोशल मीडिया पर अपना समर्थन किसानों के लिए जताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखाकिसान हमारा अन्नदाता है। हम को अन्नदाता को थोड़ा समय देना चाहिए । क्या यह वाजिब नहीं होगा. बिना पुलिस भिड़ंत के क्या हम उनकी बात नहीं सुन सकते. कृपया किसान की भी सुनिए Folded hands जय हिंद
वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मोंटी पनेसर ने भी किसानों का समर्थन किया और अपील कर दी कि उनके हक में काम किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए किसानों का समर्थन किया।
Farmers want the government to either withdraw the three legislations or guarantee them the minimum support price (MSP) for their crops by introducing a new law. @narendramodi @BJP4India #kissanprotest #kissanektazindabad pic.twitter.com/xfbMH7ntLR— Monty Panesar (@MontyPanesar) November 28, 2020
The three farm-related Bills, which are set to become law after being passed in Parliament. The one on essential commodities removes all cereals, pulses, oilseeds, and onion from trade restrictions and price control this will ultimately benefit only the middlemen and traders. pic.twitter.com/ct4SwVRnU4— Monty Panesar (@MontyPanesar) November 28, 2020
Farmers protesting against the Centre's three farm laws have expressed apprehension that the laws would pave a way for the dismantling of the minimum support price system, leaving them at the "mercy" of big corporates. @narendramodi @BJP4India #kissanprotest #kissanektazindabad pic.twitter.com/09BYJMpFRj— Monty Panesar (@MontyPanesar) November 28, 2020