हनुमा विहारी ने कहा- पिच की गलती नहीं, भारतीय बल्लेबाजों ने अपनी गलती से गंवाए विकेट
India vs New Zealand हनुमा विहारी ने साफ तौर पर कहा कि पिच ठीकठाक थी और हमने अपनी गलती की वजह से विकेट गंवाए।
क्राइस्टचर्च, प्रेट्र। India vs New Zeland 2nd test match: न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली एक बार फिर से टॉस गंवा बैठे और उन्हें तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। पहले गेंदबाजी करने का फायदा न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने जमकर उठाया और भारतीय टीम पर कहर बनकर टूटे जिसका नतीजा ये हुआ कि टीम इंडिया पहली पारी में 242 रन ही बना पाई। हालांकि भारतीय टीम की तरफ से पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा व हनुमा विहारी ने अर्धशतकीय पारी जरूर खेली, लेकिन इसे बड़े स्कोर तो तब्दील नहीं कर पाए। वहीं मयंक, विराट, रहाणे व रिषभ पंत जैसे बल्लेबाज फेल रहे। चार अहम बल्लेबाजों के नहीं चल पाने की वजह से टीम इंडिया ज्यादा बड़ा स्कोर पहली पारी में नहीं खड़ी कर पाई।
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने कहा कि मैं आक्रामक बल्लेबाजी करना चाहता था जिससे कि पुजारा अपना नैचुरल गेम खेल सकें। उन्होंने कहा कि पिच उतनी खराब नहीं थी जिस तरह की उम्मीद हमने की थी। कीवी गेंदबाजों ने सही लाइन व लेंथ पर गेंदबाजी की और उन्हें पता था कि पिच का बर्ताव कैसा रहने वाला है। पृथ्वी शॉ लय में आए और पुजारा ने समय लिया, लेकिन सभी बल्लेबाज गलत वक्त पर आउट हुए। टीम का कोई भी बल्लबाज पिच की वजह से नहीं बल्कि अपनी गलतियों के कारण आउट हुआ। पिच ठीक-ठाक थी। इस मैच में हनुमा विहारी ने 70 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली।
अगर इस पिच पर भारतीय टीम पहली पारी में 300 के आंकड़े तक पहुंच जाती तो ये स्कोर आदर्श होता। पहली पारी में हनुमा शॉर्ट पिच गेंदों का सामना अच्छी तरह से कर रहे थे, लेकिन उनके आउट होने से पुजारा अपना नैचुरल गेम नहीं खेल पाए। इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले टेस्ट मैच में रक्षात्मक तरीके से खेल रहे थे जिसकी खमियाजा टीम को भुगतना पड़ा था। पुजारा की बल्लेबाजी पर हनुमा विहारी ने कहा कि मैं सकारात्मक पारी खेलकर पारी को आगे बढ़ाना चाहता था और पुजारा दूसरे एंड पर खेल रहे थे। वो ऐसे बल्लेबाज हैं जो लंबी पारी खेलते हैं।
अपनी बल्लेबाजी की रणनीति के बारे में हनुमा ने कहा कि मैं ज्यादा वक्त नहीं लेना चाहता था क्योंकि इससे हम दोनों पर दवाब बढ़ता क्योंकि अगर स्कोर बोर्ड आगे नहीं बढ़ता तो हम पिछले मैच की तरह एक ही जगह पर अटक जाते। भारतीय टीम ने पहली पारी में 242 रन बनाए जिसके जवाब में पहले दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम ने बिना किसी नुकसान के 63 रन बना लिए थे।