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गेंदबाजों के लिए अच्छी खबर, लार के इस्तेमाल पर बैन स्थाई नहीं

आइसीसी के क्रिकेट समिति के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने साफ कर दिया है कि गेंद को चमकाने के लिए लार पर लगाया गया बैन अंतरिम कदम है यानी ये स्थाई नहीं है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 04:35 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 04:35 PM (IST)
गेंदबाजों के लिए अच्छी खबर, लार के इस्तेमाल पर बैन स्थाई नहीं
गेंदबाजों के लिए अच्छी खबर, लार के इस्तेमाल पर बैन स्थाई नहीं

नई दिल्ली, प्रेट्र। गेंद पर लार का इस्तेमाल किए जाने पर लगे बैन की वजह से गेंदबाजों में मायूसी छा गई थी, लेकिन अब एक अच्छी खबर सामने आई है। आइसीसी के क्रिकेट समिति के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने साफ कर दिया है कि गेंद को चमकाने के लिए लार पर लगाया गया बैन अंतरिम कदम है यानी ये स्थाई नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोविड 19 महामारी नियंत्रित हो जाती है तो चीजें दोबारा फिर से पहले की तरह हो जाएगी। 

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खिलाड़ियों को संक्रमण का खतरा ज्यादा ना हो और उसे कम से कम करने के लिए ही कुंबले की अगुआई वाली समिति ने लार के इस्तेमाल को बैन करने की सिफारिश की है। आइसीसी ने भी अपने दिशानिर्देशों में इसे शामिल किया है और लार के इस्तेमाल को बैन करने का सुझाव दिया। अनिल कुंबले ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा कि यह सिर्फ अंतरिम उपाय है और उम्मीद करते हैं कि कुछ महीनों या एक साल में चीजें नियंत्रित होंगी और मुझे लगता है कि चीजें पहले की तरह सामान्य हो जाएंगी। 

लार पर बैन को लेकर दुनियाभर के गेंदबाजों की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई है। लगभग सबका ये कहना है कि इसके बैन से गेंद को स्विंग कराने में दिक्कत जरूर होगी, पर सबने ये माना है कि अगर इसका इस्तेमाल किया जाता है तो संक्रमण का खतरा होगा। कुंबले ने गेंद को चमकाने के लिए वैक्स जैसे पदार्थ के इस्तेमाल पर कहा कि बाहरी पदार्थ के इस्तेमाल पर बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर आप क्रिकेट के इतिहास को देखो तो हमारा ध्यान बाहरी पदार्थों को खेल में आने से रोकने पर रहा है। 

उन्होंने कहा कि अगर हम बाहरी पदार्थ के इस्तेमाल को आधिकारिक करने जा रहे हैं यानी अब कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जिसका कुछ साल पहले क्रिकेट पर गहरा असर रहा है। कुंबले ने साल 2018 में हुए गेंद से छेड़छाड़ वाले मामले का हवाला दिया, जिसकी वजह से स्मिथ, वार्नर और बेनक्रॉफ्ट पर बैन लगा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में आइसीसी ने फैसला किया, लेेकिन सीए ने जो कड़ा रुख अपनाया था इस वजह से हमने इस पर भी विचार किया और काफी विस्तार से बातचीत की। 


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