'कन्कशन विवाद' पर भारतीय दिग्गज का जवाब, नियम है तो इस्तेमाल भी करेंगे
Gautam Gambhir on concussion देखिए अगर कन्कशन है और कन्कसन का नियम बनाया गया है तो फिर इसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाना चाहिए। भारतीय टीम ने इसका सबसे बेहतर तरीके से फायदा उठाते हुए कलाई के स्पिनर को लाकर इस्तेमाल किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले में कन्कशन सब्स्टीट्यूट का इस्तेमाल करते हुए युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल किया। बल्लेबाजी के दौरान रवींद्र जडेजा के सिर पर गेंद लगी थी और नियम के मुताबिक टीम को चोटिल खिलाड़ी की जगह किसी एक खिलाड़ी को मैदान पर उतारने की इजाजत होती है। कन्कशन पर विवाद हुआ था जिसपर पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने अपनी राय दी है।
गंभीर ने इसे नियम के मुताबिक सही ठहराया। उनका कहना था, यह मैच रेफरी का फैसला था। वह इस बारे में क्या सोचते हैं यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। मैं जानता हूं कि जस्टिन लैंगर नाराज होंगे क्योंकि रवींद्र जडेजा बल्लेबाजी कर रहे थे और उनकी मांसपेशी में खिंचाव आया था। उनकी जगह पर युजवेंद्र चहल को टीम में चुना गया जो एक बहुत, बहुत अच्छे टी20 गेंदबाज हैं।
आगे उन्होंने कहा, उनको इस बात का अंदाजा था कि चीजों उनकी टीम के लिए खराब हो सकती है और ऐसा ही कुछ हुआ भी। जैसा प्रभाव दूसरी पारी में उन्होंने डाला यह वकई बहुत ही बड़ा था, टीम इंडिया के लिहाज से तो बहुत ही ज्यादा था।
गंभीर ने कहा, मैं समझ सकता हूं कि यह ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत ही ज्यादा निराशाजनक था लेकिन यह थोड़ा देरी से लिया गया कन्कश भी था। देखिए, अगर कन्कशन है और कन्कसन का नियम बनाया गया है तो फिर इसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाना चाहिए। भारतीय टीम ने इसका सबसे बेहतर तरीके से फायदा उठाते हुए कलाई के स्पिनर को लाकर इस्तेमाल किया।
आगे उनका कहना था, हम इस बात को लेकर ही बात कर रहे थे कि भारतीय टीम कलाई के स्पिनर की कमी महसूस करेगी, उनको इसकी कमी नहीं महसूस हुई। इस मैच में उन्होंने बहुत बड़ा असर डाला। अगर वाकई में कन्कशन हुआ था तो फिर भारत के लिए इसका इस्तेमाल करना बिल्कुल सही रहा।