रोहित शर्मा को टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने पर गौतम गंभीर ने कही ये बात
India vs West Indies 2nd Test गौतम गंभीर ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट में एक जैसी गेंद का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने रोहित शर्मा को बाहर किए जाने पर भी हैरानी जताई है।
नई दिल्ली, गौतम गंभीर का कॉलम। सच कहूं तो अभी भी मुझे विश्व कप फाइनल, एशेज के तीसरे टेस्ट या कहा जाए तो बेन स्टोक्स के प्रदर्शन से बाहर आने में वक्त लगेगा। दो महीनों में यह दूसरी बार हुआ जब बेन ने अपना जादू दिखाया। लोग अभी भी उनके विश्व कप फाइनल की पारी की बात कर रहे थे और उन्होंने यह टेस्ट शतक लगा दिया।
मैं कहना चाहूंगा कि अगर आप टेस्ट क्रिकेट के रोमांच को जीना चाहते हैं हेडिंग्ले टेस्ट को फॉलो करें। यह स्टोक्स साथ ही ईसीबी के अच्छे टेस्ट विकेट बनाने की वजह से हो पाया है। भारत और वेस्टइंडीज की टीम भी शुक्रवार से मैदान में उतरेंगी। हमेशा की तरह मैं अच्छे विकेट की उम्मीद करूंगा। मैं उम्मीद करता हूं कि यह पहले टेस्ट की तरह सपाट पिच नहीं होगी।
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टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता कि सपाट पिच की जगह अच्छी पिच तैयार की जाएं। मैं पारंपरिकता का बड़ा प्रशंसक हूं लेकिन अरबों लोगों को अपनी ओर खींचने के लिए नई सोच की जरूरत है। एक अच्छी पिच के साथ अच्छी क्वालिटी की गेंद का भी इस्तेमाल होना चाहिए।
मैं वित्तीय मजबूरियां समझ सकता हूं, लेकिन यह देखकर अजीब लगता है कि एक ही तरह की क्रिकेट में कई तरह की ब्रांड की गेंदों का इस्तेमाल होता है। हो सकता है कि आइसीसी टेस्ट क्रिकेट में गेंद के इस्तेमाल के लिए पैरामीटर तय करे और गेंद निर्माताओं के लिए टेंडर जारी करे। जो भी यह टेंडर हासिल करे वह आइसीसी का गेंदबाजी साझेदार हो सकता है।
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रविचंद्रन अश्विन जैसे स्पिनर रोमांचित होंगे अगर उन्हें किसी भी ब्रांड की गेंद मिले। उनके वेस्टइंडीज में पहले टेस्ट में बेंच पर बैठने पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता सिवाए इसके कि मैं यह देखकर बेहद निराश था। मैं रोहित शर्मा को शामिल नहीं करने के फैसले को भी नहीं पचा पाया, लेकिन मुझे लगता है कि उनके पास अब जमैका में भी जगह बनाने का कोई मौका नहीं है।