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गौतम गंभीर ने विराट को नहीं, बल्कि सचिन तेंदुलकर को चुना बेस्ट वनडे बैट्समैन, बताई वजह

गौतम गंभीर ने सचिन तेंदुलकर को वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का बेस्ट बैट्समैन चुना है क्योंकि वे सख्त नियमों के बीच इतने सफल हुए थे।

By Vikash GaurEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 01:33 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 01:33 PM (IST)
गौतम गंभीर ने विराट को नहीं, बल्कि सचिन तेंदुलकर को चुना बेस्ट वनडे बैट्समैन, बताई वजह
गौतम गंभीर ने विराट को नहीं, बल्कि सचिन तेंदुलकर को चुना बेस्ट वनडे बैट्समैन, बताई वजह

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपना वनडे का बेस्ट बल्लेबाज चुना है। गौतम गंभीर के पास सिर्फ दो विकल्प थे, जिनमें एक नाम महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का था, जबकि दूसरा नाम मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली का है। गौतम गंभीर ने कहा है कि वे विराट कोहली को नहीं, बल्कि सचिन तेंदुलकर को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज मानते हैं, क्योंकि उन्होंने उस समय क्रिकेट खेली, जब फील्डिंग में कई पाबंदियां होती थीं।

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साल 2013 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कहने वाले सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में 49 शतक जड़े हैं, जबकि विराट कोहली 43 शतक अब तक जड़ चुके हैं। जाहिर है कि विराट कोहली आने वाले कुछ समय में उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं, लेकिन गौतम गंभीर से जब स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में पूछा गया कि उनको विराट या सचिन में से किसी एक को वनडे का बेस्ट बैट्समैन चुनना है तो वे महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के साथ गए।

गौतम गंभीर ने कहा, “वे सचिन तेंदुलकर को चुनेंगे, क्योंकि उस समय एक सफेद गेंद होती थी और 4 खिलाड़ी 30 गज के दायर के अंतर होते थे। इसलिए मेरे लिए सचिन तेंदुलकर बेस्ट बल्लेबाज होंगे। यह मुश्किल है, क्योंकि विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन मुझे लगता है कि नियमों में भी बदलाव आया है, जिससे कई नए बल्लेबाजों को मदद मिली है।" गंभीर ने ये भी कहा है कि मॉर्डन-डे क्रिकेट आसान हो गई है, लेकिन सचिन के युग में ऐसा नहीं था।

गौतम गंभीर ने आगे कहा है, "नई जेनरेशन, दो नई गेंदों के साथ, कोई रिवर्स स्विंग नहीं, उंगली के स्पिन के लिए कुछ भी नहीं, 50 ओवर के लिए पांच फील्डर, शायद इससे बल्लेबाजी बहुत आसान हो जाती है। सचिन तेंदुलकर ने कैसे खेला है, उस समय को देखिए, उस समय 230 से 240 का स्कोर जीत के लिए मुफीद था। यदि हम एक दिवसीय क्रिकेट प्रारूप की लंबाई और फ्लो को देखते हैं तो शायद मैं सचिन तेंदुलकर के साथ जाऊंगा।"


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