ODI में केएल राहुल के नए रोल से खुश नहीं हैं गौतम गंभीर और आकाश चोपड़ा, जताया विरोध
विराट कोहली ने साफ कर दिया है कि केएल राहुल अब वनडे क्रिकेट में विकेटकीपिंग के साथ-साथ पांचवें स्थान पर बल्लेबाजी करेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। केएल राहुल ने टीम इंडिया की सबसे बड़ी समस्या हल कर दी है और उन्होंने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी शानदार तरीके से संभाल ली है साथ ही साथ एक बल्लेबाज के तौर पर वो टीम को कई क्रम के लिए विकल्प दे रहे हैं। केएल राहुल ओपनिंग भी कर सकते हैं साथ ही साथ वो जरूरत के हिसाब से तीसरे व पांचवें क्रम पर भी बल्लेबाजी कर लेते हैं। हालांकि राहुल को नंबर चार पर भी आजमाया गया, लेकिन वो वहां ज्यादा सफल नहीं हो पाए, लेकिन श्रेयस ने अब टीम इंडिया की ये परेशानी हल कर दी है और वो चौथे नंबर पर लगातार रन बना रहे हैं।
केएल राहुल को रिषभ के चोटिल होने के बाद विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई और उन्होंने ऐसा कमाल कर दिया कि कप्तान व टीम मैनेजमेंट अब लगातार उन्हीं से ये काम करवा रहे हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर राहुल ने अब तक खेले आठ मैचों में 68.50 की औसत से कुल 411 रन बनाए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम के लिए पांचवें बल्लेबाज की भूमिका भी निभाई और शानदार पारी भी खेली। पांचवें नंबर पर राहुल ने तीन बार बल्लेबाजी की है और उन्होंने इन मैचों में 175 रन बनाए हैं। इसमें हैमिल्टन में खेली गई पारी भी है जिसमें उन्होंने 64 गेंदों पर 88 रन बनाए थे।
राहुल के इस प्रदर्शन के बाद कप्तान विराट कोहली ने संकेत दे दिए हैं कि वो पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे साथ ही साथ विकेटकीपर की भूमिका भी निभाएंगे। वहीं विराट के इस फैसले से टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और आकाश चोपड़ा नाखुश नजर आए। उनका मानना है कि वनडे क्रिकेट में वो विकेटकीपर के साथ-साथ मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए आएं ये सही नहीं होगा।
गंभीर और आकाश चोपड़ा का मानना है कि वनडे में केएल राहुल को ओपनर की भूमिका निभानी चाहिए और उन्हें विकेटकीपर की भूमिका अदा नहीं करनी चाहिए। गंभीर ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि राहुल को ओपनिंग बल्लेबाजी नहीं कराने का फैसला सही है। उन्होंने ये बात टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कही। वहीं आकाश चोपड़ा ने ईएसपीएन क्रिक्इंफो के एक कॉलम में लिखा कि मैं ये सलाह नहीं दे रहा कि राहुल विकेटकीपिंग करने से इंजर्ड हो सकते हैं, लेकिन इससे उनके चोटिल होने की संभावना बढ़ सकती है। उनका शरीर पूरे 50 ओवर विकेटकीपिंग करने के लायक नहीं है साथ ही साथ इसके ठीक एक घंटे के बाद उन्हें बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ सकता है।
आकाश ने कहा कि आप जरूर एडम गिलक्रिस्ट की बात करेंके, लेकिन वो अपने करियर के शुरुआत से ही विकेटकीपर के तौर पर अपने शरीर को ढ़ाल रहे थे। इस रोल के लिए जिस तरह के शरीर की जरूरत होती है उसे हजारों घंटे अभ्यास के बाद पाया जा सकताहै। 50 ओवर के क्रिकेट में विकेटकीपिंग करना 20 ओवर के क्रिकेट में कीपिंग करने से अलग होता है। उन्होंने ये भी कहा कि हमारे पास संजू सैमसन और ईशान किशन भी हैं जिन्हें मौका दिया जा सकता है। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो हमें कैसे पता चलेगा कि हमारे पास विकेटकीपर के तौर पर दूसरा विकल्प भी है।