इंजमाम उल हक का बेतूका बयान, कहा- लार लगाकर गेंद चमकाने पर पाबंदी क्यों लगाई
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा मुझे तो लार की पाबंदी के पीछे का लॉजिक ही समझ नहीं आता है।
लाहौर, आईएएनएस। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) द्वारा बनाए नए नियमों पर कई सवाल उठाए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से गेंद को चमकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लार की पाबंदी पर भी उन्होंने बात की।
दुनियाभर में कोविड 19 की महामारी फैलने के बाद आईसीसी ने खिलाड़ियों के स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए कुछ अहम फैसले लिए हैं। क्रिकेट को दोबारा शुरू किए जाने पर तमाम टीम के खिलाड़ियों को आईसीसी द्वारा बनाए गए नए नियमों का पालन करना होगा। कोरोना संक्रमण की वजह से स्थगित हुई क्रिकेट सीरीज की शुरुआत इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैच से होगी। यह सीरीज आईसीसी के कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बनाए गए नए नियमों के तहत खेली जाएगी
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए इंजमाम ने कहा, "मैं सोच रहा था कि किसी खास कारणों की वजह से आप गेंद पर लार नहीं लगा सकते हैं लेकिन ऐसी कई और भी चीजें हैं जिसकी वजह से मुश्किलें आएंगी। अगर गेंदबाजों को लार लगाने की इजाजत नहीं होगी तो गेंद उतनी ज्यादा नहीं घुमेगी जितना की वो रन के लिए जाएगी। इसके बाद गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए बाकी चीजों की तरफ रुख कर सकते हैं जबसे कि वैसलिन। मुझे तो लार की पाबंदी के पीछे का लॉजिक ही समझ नहीं आता है।"
"एक और चीज क्या स्लिफ के फील्डर भी कुछ दूरी पर खड़े होंगे, विकेट लेने के बाद गेंदबाज टीम के साथियों के साथ इसे सेलिब्रेट करेगा या नहीं। अगर गेंदबाज अच्छा नहीं करता है तो क्या कप्तान उनके पास जाएगा और बात करेगा। क्या बल्लेबाज 6 फीट दूर खड़ा होगा और रणनीति के बारे में बात करेगा।"
उन्होंने कहा कि यह तो अच्छी बात है कि क्रिकेट की दोबारा से वापसी हो रही है। लेकिन जो भी नए नियम बनाए गए हैं इसपर गंभीरता से सोचना होगा। आप क्रिकेट को क्रिकेट की तरह से रहने दें।