भारत के आइसीसी इवेंट में फेल होने का सबसे बड़ा कारण पूर्व ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बताया
गावस्कर ने कहा कि नंबर 67 और 8 पर आलराउंडर्स की जरूरत होती है और इन टीमों में ऐसे खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं थी जो बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकते थे। युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे गेंदबाज बहुत अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकते हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। इसमें कोई शक नहीं है कि भारतीय क्रिकेट टीम क्रिकेट के हर प्रारूप में बेहद मजबूत दिखती है और हाल के वर्षों में देश व विदेश हर जगह टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा रहा है। हालांकि जब बात आइसीसी इवेंट की आती है तो भारतीय टीम काफी निराश करती हुई नजर आती है। भारत ने साल 2013 में आखिरी आइसीसी खिताब एम एस धौनी की कप्तानी में जीता था, लेकिन उसके बाद से उसे कोई खिताबी जीत नसीब नहीं हुई।
आखिर ऐसी कौन की बड़ी वजह से जिसके कारण भारतीय क्रिकेट टीम आइसीसी इवेंट में सफलता हासिल करने में फेल हो रही है इसके बारे में सुनील गावस्कर ने सबसे बड़ा कारण बताया। गावस्कर ने एक न्यूज चैनल के साथ बात करते हुए कहा कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण टीम में आलराउंडर का नहीं होना है। उन्होंने कहा कि जब बात टी20 या फिर वनडे वर्ल्ड कप होती है तो मौजूदा भारतीय टीम में आलराउंडर की कमी साफ तौर पर दिखती है। अगर आप देखें कि जो टीम 1983 या फिर 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीती थी यहां तक कि 1985 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली टीम में भी शानदार आलराउंडर्स की कोई कमी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि नंबर 6,7 और 8 पर आलराउंडर्स की जरूरत होती है और इन टीमों में ऐसे खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं थी जो बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकते थे। युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे गेंदबाज बहुत अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकते हैं। गावस्कर ने कहा कि पिछले दो या तीन वर्षों में भारतीय टीम की यही एकमात्र कमी है, जिसके परिणामस्वरूप कप्तान के पास कई विकल्प नहीं थे और टीम में लचीलेपन की कमी थी। अब आइसीसी इवेंट की बात करें तो वो आस्ट्रेलिया में इसी साल खेला जाएगा। इस साल आस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप इवेंट के शेड्यूल की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई है और भारत को पहला मैच 23 अक्टूबर को मेलबर्न में खेलना है।