पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने बॉल टेंपरिंग विवाद पर कहा- रिवर्स स्विंग कला है, बेईमानी नहीं
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज को तो रिवर्स स्विंग का जनक कहते हैं।
कराची। रिवर्स स्विंग के लिए बॉल टेंपरिंग करने की घटना ने विश्व क्रिकेट को अपने आगोश में ले लिया है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने माना कि गेंद को रिवर्स कराने के लिए टीम ने रणनीति बनाकर गेंद से छेड़छाड़ की थी लेकिन पाकिस्तानी दिग्गज रिवर्स स्विंग को कला मानते हैं।
पाकिस्तान में इंटरनेट पर इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनुस के गेंद से छेड़छाड़ के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें बताया गया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी इस कला में बच्चे साबित हुए। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज को तो रिवर्स स्विंग का जनक कहते हैं। हालांकि उन्होंने इस बात से साफ इन्कार किया कि रिवर्स स्विंग हासिल करने के लिए आपको गेंद से छेड़छाड़ करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि रिवर्स स्विंग बेईमानी है। आप गेंद से छेड़छाड़ किए बिना भी ऐसा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एक परंपरागत स्विंग होती है जो आप नई गेंद से हासिल करते हैं और एक रिवर्स स्विंग होती है जो पुरानी गेंद से की जाती है। यह बात प्रयोगशालाओं में भी साबित हो चुकी है कि रिवर्स स्विंग के पीछे एक पूरा विज्ञान है। सरफराज ने 55 टेस्ट मैचों में 177 विकेट लिए हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में 1979 टेस्ट मैच में 86 रन देकर नौ विकेट भी शामिल हैं। इसमें एक स्पेल में उन्होंने 33 गेंदों पर सिर्फ एक रन देकर सात विकेट लिए थे।
रिवर्स स्विंग हमेशा एक कला रहेगी : उन्होंने कहा कि जब मैंने यह कला इमरान को सिखाई तो उसने इसे विकसित किया। इमरान ने इसे वसीम और वकार को सिखाया। उस समय सब इसे बेईमानी कहते थे लेकिन जब इंग्लिश टीम ऐसा करने लगी तो यह कला बन गई। उन्होंने कहा कि यह कला थी और कला रहेगी लेकिन टेंपरिंग बईमानी है और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जो दक्षिण अफ्रीका में किया उसकी उन्हें सही सजा मिली है।
उन्होंने कहा कि परंपरागत स्विंग कराना आसान है। अगर सीम की पोजीशन स्लिप फील्डर की ओर है तो गेंद दायें हाथ के बल्लेबाज से बाहर निकलेगी और अगर सीम लेग साइड पर है तो गेंद अंदर की ओर स्विंग होगी जबकि रिवर्स स्विंग बिल्कुल उलट है।
सरफराज ने यह कला इमरान खान को सिखाई जिन्होंने अपने उस्ताद से ज्यादा महारत हासिल की लेकिन बोतल के ढक्कन से गेंद को खरोंचने के आरोप इमरान पर कई बार लगे। 1994 में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जब इमरान से पूछा गया कि क्या गेंद से छेड़छाड़ किए बिना भी वह 362 विकेट हासिल कर पाते, तो उन्होंने जवाब दिया कि जी, यह एक मिथक है कि जो भी गेंद से छेड़छाड़ करता है वह विकेट ले सकता है। इंग्लिश काउंटी के लिए खेलने वाले इमरान ने कहा कि पूरे ससेक्स टीम में मैं अकेला था जो गेंद को रिवर्स स्विंग करवा सकता था जबकि दूसरे छोर से अन्य गेंदबाज ऐसा नहीं कर पाते थे।
वहीं इमरान के बाद इस कला में माहिर हुए वकार यूनुस ने कहा कि उन आरोपों ने वाकई दर्द पहुंचाया। बेशक बेईमानी किए बिना रिवर्स स्विंग हासिल की जा सकती है। आजकल ज्यादातर गेंदबाज ऐसा करते हैं, विकेट लेते हैं और अपनी टीम को जीत दिलाने में मदद करते हैं। वकार ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में डयूक और एसजी की गेंद कूकाबुरा से बेहतर होती हैं, क्योंकि यह खुद रिवर्स होने लगती हैं।