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ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने पहले ही माना, जसप्रीत बुमराह का सामना करना होगा सबसे चुनौतीपूर्ण

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि वर्ल्ड क्लास भारतीय गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह का सामना करना सबसे कठिन होगा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 05:35 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 05:35 PM (IST)
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने पहले ही माना, जसप्रीत बुमराह का सामना करना होगा सबसे चुनौतीपूर्ण
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने पहले ही माना, जसप्रीत बुमराह का सामना करना होगा सबसे चुनौतीपूर्ण

नई दिल्ली, प्रेट्र। मार्नस लाबुशाने ने बेहद कम वक्त में अपनी प्रभावशाली बल्लेबाजी के दम पर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। पिछले साल टेस्ट क्रिकेट में वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे और उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत में टेस्ट सीरीज के दौरान जब भारत व ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला होगा तो उनकी टीम मेहमान के खिलाफ अपना दबदबा बनाने में सफल रहेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी साफ तौर पर कहा कि भारत के वर्ल्ड क्लास गेंदबाजों में से जसप्रीत बुमराह का सामना करना सबसे कठिन होगा। 

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लाबुशाने ने भारत से खिलाफ 2018-19 टेस्ट सीरीज के दौरान सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच में खेला था। वो अब इस साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आ रही टीम इंडिया का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के सभी गेंदबाज अच्छे हैं, लेकिन बुमराह की चुनौती से निपटना मुश्किल होगा। 

बुमराह के बारे में लाबुशाने ने कहा कि वो लगभग 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी करने और परिस्थितियों का साथ मिलने पर गेंद को स्विंग करने की क्षमता रखता है। वह गेंद को विकेट की तरफ अंदर लाने में भी सक्षम है। ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 टेस्ट में चार शतक और सात अर्धशतक के साथ 63 की औसत से रन बनाने वाले लाबुशेन ने कहा कि आप हमेशा बेस्ट के खिलाफ खुद को परखना चाहते हैं। जसप्रीत शायद उस गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ है।

इशांत शर्मा के बारे में लाबुशाने ने कहा कि उन्होंने पिछले दो वर्षों में काफी सुधार किया है। उन्होंने कहा कि इशांत ने पिछले दो वर्षों में शानदार गेंदबाजी की है। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद अंदर की तरफ आती है, यह हमारे लिए भी एक अच्छी चुनौती होगी। किसी भी बल्लेबाज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दूसरा सत्र सबसे मुश्किल माना जाता है क्योंकि विरोधी टीमों को खिलाड़ी के खेल के बारे में पता होता है और लाबुशेन इस बात को अच्छे से समझते है।

उन्होंने कहा कि पिछला साल मेरे लिए शानदार रहा है और उम्मीद है कि इस साल मैं और भी अच्छा कर पाउंगा। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण में से एक भारत के खिलाफ खुद को परखने का इंतजार कर रहा हूं। लाबुशेन ने कहा कि मुझे भारत के खिलाफ सिडनी में एक टेस्ट में खेलने का अनुभव है। उस मैच में और फिर बाद में सीमित ओवरों के मैचों में मैंने उनकी गेंदबाजी का सामना किया है। मेरी कोशिश होगी कि मैं भारतीय गेंदबाजों से एक कदम आगे रहूं।


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