Eng vs WI: इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने दी सलाह- जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड एक साथ खेलें
Eng vs WI स्टुअर्ट ब्रॉड व जेम्स एंडरसन ने तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में वेस्टइंडीज के 8 बल्लेबाजों को आउट किया।
मैनचेस्टर, एपी। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड ने एक-दूसरे का अच्छा साथ दिया है। उनका कहना है कि इतने वर्षो में उनके प्रदर्शन ने साबित किया है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है। एंडरसन और ब्रॉड दोनों की उम्र 34 साल से ज्यादा है लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेक स्टीवर्ट का मानना है कि जब तक संभव हो, इन दोनों को राष्ट्रीय टीम में एक-साथ खेलना चाहिए।
स्टीवर्ट ने कहा, 'ब्रॉड और एंडरसन को बाहर हो जाना चाहिए या नहीं या क्या वे एक साथ खेल सकते हैं, इस पर काफी कहा और लिखा गया। उन्होंने दिखा दिया कि भूल जाइए उनकी उम्र क्या है और उनके जन्म प्रमाण पत्र क्या कहते हैं, अगर आप अच्छे हैं तो उम्र मायने नहीं रखती। मैं भविष्य के बारे में सोचने की सराहना करता हूं लेकिन ब्रॉड और एंडरसन जब भी नई गेंद थामते हैं तो दिखा देते हैं कि वे कितने बेहतर हैं और उन्होंने अपनी क्षमता दिखाई।' ब्रॉड और एंडरसन ने एक-साथ मिलकर 117 टेस्ट खेले हैं लेकिन पिछले 15 टेस्ट में उन्हें सिर्फ तीन बार एक साथ खेलने का मौका मिला है।
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डोमिनिक कॉर्क भी स्टीवर्ट से सहमत हैं और उनका कहना है कि एंडरसन और ब्रॉड की गेंदबाजी की अलग शैली टीम के लिए अच्छी है। कॉर्क ने कहा, 'मैं समझ सकता हूं कि लगातार टेस्ट हो रहे हैं और इंग्लैंड सुनिश्चित करना चाहता है कि वे (एंडरसन और ब्रॉड) ज्यादातर मैच खेलें। जब तक वे दोनों फिट हैं और खेलना चाहते हैं तो मेरे लिए वे हर टेस्ट खेलेंगे। अगर चोट को लेकर कोई चिंता है तो अलग बात है, नहीं तो वे मेरी लिस्ट में पहले दो खिलाड़ी हैं।'
वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट में 62 रन की ताबड़तोड़ पारी के दौरान वह ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न के बल्लेबाजी स्टांस (क्रीज पर बल्लेबाज के खड़ा होने का तरीका) की तरह खेले थे।
ब्रॉड ने इंग्लैंड के पूर्व मुख्य कोच पीटर मूर्स की सलाह पर वार्न के स्टांस को आजमाया था। ब्रॉड ने कहा, 'रणनीतिक रूप से ऐसा करना सही था। मूर्स मुझे शेन वार्न का उदाहरण दिया जो क्रीज पर कभी-कभी काफी सहज नहीं दिखते थे लेकिन गेंद को अलग-अलग जगह मार सकते थे और काफी प्रभावी थे, विशेषकर 2005 एशेज में। काफी गैरपारंपरिक, मैदान के विभिन्न हिस्सों में शॉट खेलना, मैंने इसे देखा, वह ऐसा कैसे करता है इस पर थोड़ा रिसर्च किया और फैसला किया कि यह मेरे लिए इसे आजमाने के लिए अच्छा दिन है।'