डेविड वार्नर में सहवाग ने खोजा था बेहतरीन टेस्ट प्लेयर, खुद उठाया इस सच्चाई से पर्दा
David Warner on Virender Sehwag ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को याद किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। David Warner on Virender Sehwag: ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट मैच में नाबाद तिहरा शतक जड़ा है। एडिलेड के मैदान पर ट्रिपल सेंचुरी ठोकने वाले डेविड वार्नर ने पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को याद किया है। वीरेंद्र सहवाग भी वो शख्स हैं, जिन्होंने डेविड वार्नर को टेस्ट क्रिकेट के बारे में दिव्य ज्ञान दिया था, जिसके कारण ये ऑस्ट्रेलियाई ओपनर आज सफल टेस्ट प्लेयर बन गए हैं।
पाकिस्तान को दोनों टेस्ट मैचों में चारों खाने चित करने वाले डेविड वार्नर ने सर डॉन ब्रैडमैन के 334 रन के हाइएस्ट स्कोर के रिकॉर्ड को भी धराशायी कर दिया है। 335 रन की नाबाद पारी खेलने वाले डेविड वार्नर ने खुलासा किया है कि सालों पहले वीरेंद्र सहवाग ने उनके अंदर एक टेस्ट प्लेयर की खोज की थी। सहवाग ने डेविड वार्नर को कहा था कि वे टी20 से भी ज्यादा अच्छे टेस्ट प्लेयर बन सकते हैं। इसके पीछे आइपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के ओपनर वीरू ने डेविड वार्नर को कारण भी बताया था।
आइपीएल में वार्नर को सहवाग ने दी थी सलाह
डेविड वार्नर ने बताया, "जब में वीरेंद्र सहवाग से दिल्ली के लिए खेलते हुए आइपीएल में मिला तो वो मेरे पास बैठे और मुझसे कहा था कि मैं टी20 से अच्छा टेस्ट प्लेयर बनूंगा। मैंने कहा था कि आपका दिमाग ख़राब हो गया है, मैंने फर्स्ट क्लास मैच भी बहुत कम खेले हैं। वो हमेशा कहते थे कि वे स्लिप और गली रखेंगे तो आपके लिए कवर्स और मिड विकेट रीजन खाली रहेगा। इसके अलावा मिड-ऑफ और मिड-ऑन भी ऊपर होंगे तो आप ऊपर से खेल सकते हो और पूरे दिन मैदान पर टिके रह सकते हो।
एशेज सीरीज में फ्लॉप रहे डेविड वार्नर ने आगे बताया, "उनकी (वीरेंद्र सहवाग) यही बात मेरे दिमाग में बैठ गई। ये सुनने में जितना आसान लग रहा था, अब उतना ही मैदान पर लगता है।" गौरतलब है कि वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर दो तिहरे शतक जड़े हैं, जबकि तीसरे तिहरे शतक से वे चूक गए थे। अगर वे तीसरा तिहरा शतक पूरा कर लेते तो वे विश्व रिकॉर्ड को तोड़ सकते थे, लेकिन किस्मत से ज्यादा कभी किसी को कुछ नहीं मिलता।