बैन लगने के बाद वॉर्नर ने मानी गलती, फैंस को दिया ये भावुक संदेश
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उपकप्तान डेविड वॉर्नर ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपनी इस गलती के लिए अपने फैंस और क्रिकेट प्रशंसको से माफी मांगी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ करने के विवाद के बाद अब डेविड वॉर्नर को अपनी गलती का अहसास हो गया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उपकप्तान डेविड वॉर्नर ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपनी इस गलती के लिए अपने फैंस और क्रिकेट प्रशंसको से माफी मांगी है। गेंद से छेड़छाड़ के मामले में वॉर्नर को इस साजिश का मास्टरमाइंड पाया गया था। जिसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनपर एक साल का बैन लगाते हुए उन्हें कभी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान न बनाने का एलान भी किया था।
डेविड वॉर्नर ने इस गलती के बाद सोशल मीडिया पर बेहद ही भावुक संदेश देते हुए लिखी कि, 'मुझसे जो गलती हुई है उससे क्रिकेट को नुकसान पहुंचा है, मैं अपनी ओर से इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगता हूं।'
— David Warner (@davidwarner31) 29 मार्च 2018
वॉर्नर ने अपने इस पोस्ट में आगे लिखा कि, 'मैं समझ सकता हूं कि खेल और प्रशंसकों पर क्या बीत रही होगी, यह उस खेल पर धब्बा है, जिससे हम सभी प्यार करते हैं और मैं तो बचपन से प्यार करता हूं।' उन्होंने लिखा, 'मुझे अपने परिवार, दोस्तों और भरोसेमंद सलाहकारों के साथ वक्त गुजारने की जरूरत हैं, आप सब से जल्द ही फिर मिलूंगा।' आपको बता दें कि वॉर्नर ने ये पोस्ट द.अफ्रीका से वापस सिडनी आने के बाद लिखा है।
वॉर्नर कभी नहीं बन सकेंगे कप्तान
बॉल टेंपरिंग मामले में स्मिथ और वॉर्नर पर क्रिकेट खेलने से प्रतिबंध तो एक साल का लगा है लेकिन वो अगले दो सालों तक कप्तान नहीं बन सकेंगे वहीं वॉर्नर के लिये भविष्य में कप्तान बनना सपने के समान होगा। किसी भी खिलाड़ी के लिए कप्तान बनना बड़े गर्व की बात होती है। ऑस्ट्रेलिया में तो कप्तान का तमगा वहां के पीएम के पद से भी ऊंचा है ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री पद बाद में बना, जबकि क्रिकेट उससे पहले से खेला जा रहा। ऑस्ट्रेंलिया की नेशनल क्रिकेट टीम 1877 में बन गई थी, जबकि इस देश को प्रधानमंत्री 24 साल बाद 1901 में मिला।
लेहमन ने भी किया था दोनों का बचाव
ऑस्ट्रेलिया कोच डेरने लेहमन ने इस दोनों खिलाड़ियों पर एक साल का बैन लगने के बाद कहा कि सभी को यह याद रखना चाहिए कि हममें से हर एक ने अपने जीवन में गलतियां की हैं। उन्होंने कहा, ‘यह मानवीय पक्ष है। उनसे गलती हुई है। हर किसी ने, यहां तक कि मैंने भी पहले गलतियां की हैं। वे युवा हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि लोग उन्हें दूसरा मौका देंगे। उनका स्वास्थ्य और अच्छी शुरुआत हमारे लिए अहम है। हाल के समय में टीम को काफी नकारात्मक माना गया है और जिस तरह से हम खेल रहे हैं हमें कुछ बदलाव की जरूरत है।’ लेहमन ने साफ किया कि गेंद से छेड़छाड़ के विवाद में वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे, लेकिन खेल के तरीके में बदलाव लाएंगे।
ये है पूरा मामला
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम की दुनिया में जमकर किरकिरी हो गई है। केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी केमरन बेनक्रॉफ्ट सेंडपेपर का इस्तेमाल कर गेंद से छेड़छाड़ कर रहे थे और जब ये घटना कैमरे में कैद हो गई तो फिर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने बेनक्रॉफ्ट के साथ मिलकर अपनी गलती मीडिया के सामने कबूल कर ली। बाद में पता चला इस साजिश के मास्टरमाइंड तो डेविड वॉर्नर थे। सभी खिलाड़ियों के अपनी गलती मानने के बाद आइसीसी ने स्मिथ पर पूरी मैच फीस के साथ एक मैच का बैन लगाया तो वहीं बेनक्रॉफ्ट पर मैच फीस का 75 फीसदी जुर्माना लगाते हुए आइसीसी ने उन्हें तीन डिमेरिट अंक भी दिए। इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जांच कर स्मिथ और वॉर्नर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक साल का बैन लगा दिया, तो वहीं बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का बैन लगा।