दानिश कनेरिया ने पीसीबी और पाकिस्तान सरकार पर लगाए नए आरोप
दानिश कनेरिया ने पीसीबी और पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा।
कराची, आइएएनएस। स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहे लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और देश की सरकार पर नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रतिबंध लगने के बाद इन दोनों ने उनकी कोई मदद नहीं की।
कनेरिया ने ट्विटर पर लिखा कि ये सच है कि मेरे कबूलनामे के बाद मुझे पाकिस्तान सरकार या बोर्ड से किसी तरह का समर्थन नहीं मिला जबकि मेरी ही जैसी स्थिति से निकले अन्य खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए खेल रहे हैं, वो भी पीसीबी के समर्थन के साथ। उन्हें सम्मान भी दिया जा रहा है। पाकिस्तान के लोगों ने हालांकि मेरे साथ कभी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं पाकिस्तान के लिए पूरी ईमानदारी से खेल सका। अब यह मेरे देश की सरकार, इमरान खान, पीसीबी का मसला है, मेरा भविष्य उनके हाथ में है।' इससे पहले कनेरिया ने शुक्रवार को कहा था कि कुछ खिलाड़ी पीठ पीछे उनको लेकर टिप्पणियां करते थे। करियर में 61 टेस्ट खेलने वाले इस लेग स्पिनर ने स्पष्ट किया था कि पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने हमेशा उनका समर्थन किया।
वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा है कि जब कनेरिया उनकी कप्तानी में खेले थे तो इस तरह की बातें उनके सामने नहीं आई थीं। अख्तर ने अपने बयानों में कहा था कि पाकिस्तानी टीम में कनेरिया के साथ इसलिए सौतेला व्यवहार किया जाता था क्योंकि वह हिंदू थे इसलिए कई लोग उनके साथ खाना भी नहीं खाते थे।
पूर्व कप्तान ने कहा, 'कनेरिया ने जिस कप्तान के अंडर में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेला वो मैं हूं, लेकिन मुझे कभी नहीं लगा कि हमारी टीम में इस तरह का मुद्दा है कि कोई खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी से इसलिए भेदभाव करता है क्योंकि वह गैरमुस्लिम है। मुझे हमारी टीम में इस तरह का एक भी उदाहरण याद नहीं है। 'मैं कनेरिया की बात को मानने के लिए राजी नहीं हूं कि हमारा दिल इतना छोटा नहीं है कि हम इस तरह की चीजें करेंगे। मुझे लगता है कि पाकिस्तानियों का दिल बड़ा है और हम हर किसी को अपना सहयोग देते हैं। हम कई टूर पर गए। भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी एक ही होटल में रहते थे और मैंने कई बार खिलाडि़यों को एक-दूसरे के कमरे में हंसी मजाक करते हुए देखा। दोनों तरफ से मैंने ऐसा कभी नहीं देखा कि कोई साथ में खाना नहीं खा रहा हो।'