पीयूष चावला की जुबानी, कैसा होता है देश के लिए खेलना
कानपुर। एक खिलाड़ी के लिए अपने देश के लिए खेलना गर्व की बात होती है। आइपीएल हो या न हो खिलाड़ी सिर्फ खेल में अपने बेहतर प्रदर्शन को महत्व देता है। यह बात टीम इंडिया के स्पिनर पीयूष चावला ने जेडी गोयनका पब्लिक स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। चैपियंस ट्रॉफी की विजेता भारतीय टीम क
कानपुर। एक खिलाड़ी के लिए अपने देश के लिए खेलना गर्व की बात होती है। आइपीएल हो या न हो खिलाड़ी सिर्फ खेल में अपने बेहतर प्रदर्शन को महत्व देता है। यह बात टीम इंडिया के स्पिनर पीयूष चावला ने जेडी गोयनका पब्लिक स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रेस वार्ता के दौरान कहीं।
चैपियंस ट्रॉफी की विजेता भारतीय टीम की त्रिकोणीय सीरीज में अब तक लचर प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं कि हर बार हमारी ही जीत हो। हमारी कोशिश जीत की रहती है लेकिन कभी-कभी विरोधी टीम भी हमसे मजबूत बनकर उभरती है। आगे हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो जीत हमारे पास होगी। वहीं महेंद्र सिंह धौनी के सीरीज में न होने से फर्क पड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि जीत में पूरी टीम का प्रदर्शन मायने रखता है। पीसी और पारस नाम से बुलाए जाते हैं पीयूष स्कूल के बच्चों द्वारा पूछे गए सवाल पर पीयूष ने बताया कि उनको घर में पारस तो विदेशी लोग पीसी कहकर पुकारते हैं। वर्ल्ड कप विनर टीम का हिस्सा रहना मेरे लिए गर्व की बात थी। इग्लैंड के खिलाफ खेलना में मजा आता है।
वेंकटेश ने बढ़ाया मनोबल
यूपी रणजी के अंतिम पड़ाव पर आते-आते विफल हो जाने की बात पर पीयूष ने कहा कि यह टीम का दुर्भाग्य है। पिछले वर्ष हम गीली पिच वाले मैदान में टॉस हार गए। जिसका खामियाजा हमें हार के रूप में मिला। यूपी लीड कोच वेंकटेश प्रसाद की देखरेख में टीम का मनोबल बढ़ा है इस वर्ष टीम चैंपियन बनने की पूरी कोशिश करेगी।
ग्रीनपार्क स्टेडियम तो बने
आइपीएल में यूपी टीम के शामिल किए जाने की बात पर पीयूष ने कहा पहले ग्रीनपार्क स्टेडियम पूरा बनकर तैयार तो हो। यूपी के दस खिलाड़ी आइपीएल में भले खेल रहे हो लेकिन सुविधाओं का होना भी जरूरी है।
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